देहरादून। तुलाज इंस्टीट्यूट ने आज कॉलेज परिसर के भीतर अनलॉक योर जीनियस बाय वैदिक न्यूरो लिंगुइस्टिक प्रोग्रामिंग पर एक कार्यशाला का आजोयन किया। इस अवसर पर गेस्ट ऑफ ऑनर के रूप में प्रोफेसर इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग जीबीपीईसी, पौड़ी डॉ मनोज पांडा उपस्थित रहे। कार्यशाला का संचालन मेमोरी विजार्ड वीरेंद्र मेहता द्वारा किया गया। वीरेंदर अपने अद्वितीय नेतृत्व और मार्गदर्शन के लिए जाने जाते हैं। कार्यशाला का आयोजन कॉलेज के इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट के छात्रों के लिए किया गया। कार्यशाला के दौरान, छात्रों को उन तकनीकों के बारे में सिखाया गया जो किसी भी प्रकार की जानकारी को कुशलतापूर्वक याद रखने से संबंधित होती हैं। बाद में कार्यशाला के दौरान वैदिक विज्ञान और याद रखने की चित्र तकनीक का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया। वीरेंद्र ने छात्रों को कई गतिविधियों के बारे में भी रूबरू करवाया, जो की इंसान के दिमाग से जुड़ी होती हैं। कार्यशाला का समापन तुलाज इंस्टिट्यूट के निदेशक डॉ निशांत सक्सेना द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।