ऋषिकेश। तीर्थनगरी ऋषिकेश में इन दिनों अवैध होर्डिंग की भरमार है। होर्डिंग, फ्लैक्स और बैनर लगाने वाली कंपनियां लगातार नगर निगम को लाखों का चूना लगा रहीं हैं। जिसके बाद अब नगर निगम हरकत में आ गया है। भारी नुकसान को देखते हुए मुख्य नगर आयुक्त ने सभी विज्ञापन से संबधित होर्डिंग को हटाने के लिए आदेश जारी किए हैं। नगर निगम ऋषिकेश में विज्ञापन की साइटों पर विज्ञापन करने वाली कंपनियां होर्डिंग फ्लेक्स बैनर लगाकर निगम को प्रतिवर्ष लाखों का चूना लगा रहे हैं। मुख्य नगर आयुक्त चतर सिंह ने बताया कि ऋषिकेश में विज्ञापन के कई ऐसी साइटें हैं। जहां अवैध रूप से होर्डिंग लगाई गई है। ऐसी सभी साइटों पर निगम अब कड़ी कार्रवाई कर उनको हटाने जा रहा है। इसके लिए उनके द्वारा सहायक नगर आयुक्त के नेतृत्व में एक टीम गठित कर विज्ञापन साइटों को हटाने के लिए भेजा है। उनका कहना है कि शहर में यूनीपोल की कई ऐसी साइट है जिन पर विज्ञापन कंपनियां विज्ञापन करने के एवज में पैसे ले रही हैं, लेकिन इसका कोई भी टैक्स निगम को जमा नहीं हो रहा है। उनके द्वारा एक सूचना जारी की गई थी कि जिन्होंने भी अपनी साइट लगाई हैं उनको अपने खर्चे से हटा लें। इसके लिए 15 दिनों का समय भी दिया गया था लेकिन काफी लोगों ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया। यही कारण है कि अब निगम की टीम सभी ऐसी साइटों पर लगे यूनीपोल और जितने भी फ्लेक्स बैनर के फ्रेम हैं उनको उतारकर जप्त करने में जुट गई है। मुख्य नगर आयुक्त चतर सिंह ने बताया कि अवैध रूप से चलाई जा रही विज्ञापन की साइटों की वजह से नगर निगम ऋषिकेश को प्रतिवर्ष लगभग 25 लाख रुपए तक का राजस्व मिलना था लेकिन अनाधिकृत रूप से लगाये गए विज्ञापन साइट की वजह से नगर निगम को नुकसान हो रहा है।