
हल्द्वानी। रावण के वध के साथ समाप्त हुयी हल्द्वानी की सबसे प्राचीन रामलीला। रामलीला के अंतिम दिन रावण विभिषण संवाद, अहिरावण द्वारा धोके से राम लक्षमण को पाताललोक ले जाने एवं हनुमान द्वारा राम लक्ष्मण को वापस लाने जैसे दृश्यों को दिखाया गया।
आज रामलीला मैदान मै रामलीला के अंतिम दिन आतिशबाजी के साथ बुराई पर अच्छाई की जीत के साथ श्री राम ने रावण दहन किया। प्रत्येक वर्ष की भाति दर्शकों से मैदान खचा खच भरा हुवा था रामलीला मचन से पहले व्यास पूजा एवं श्री राम चरित मानस आरती की गयी। उसके उपरांत विधिवत रामलीला प्रारम्भ हुयी। राम की सेना ओर रावण की सेना का युद्ध ओर अंत मै विविषण के बताने पर राम के द्वारा रावण की नाभि पर शक्ति चलाकर उसका वध किया गया।
रामलीला मंचन के अंतिम दिन मुख्य अतिथि काला दूंगी क्षेत्र के विधायक बंशी दत्त भगत थे तथा अन्य अतिथियों मै मेयर जोगेंद्र रोतेला, बी जे पी के जिलाध्यक्ष प्रताप बिष्ट सिटी मजिस्ट्रेट रिचा सिंह, विनीत अग्रवाल, बसंत अग्रवाल , तरुण वंसल, रूपेंद्र नागर, पंकज कपूर, देवेश अग्रवाल, विपिन कुमार, विन्देश गुप्ता, प्रशांत अग्रवाल, हेमंत बगढ़वाल, सहित कई लोग मौजूद रहे।