अनुराग वर्मा
प्रथम चरण के लोकसभा चुनाव 19 अप्रेल को होने है ,इसी चरण में उत्तराखंड में भी मतदान होना है | जैसे जैसे मतदान की तारीख करीब आती जा रही है सभी राजनैतिक दल अपने अपने प्रत्याशियों के चुनाव प्रचार में जीजान से मैदान में उतर गए है | उत्तराखंड में मुख्य मुकावला सिर्फ दो पार्टियों बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही होता आया है,लेकिन 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद से बीजेपी ने जैसे देश के कई राज्यों में अपनी पकड़ को मजबूत किया है उसको देखते हुए यही लगता है की इस बार भी यह चुनाव कांग्रेस के लिए किसी अग्नि परीक्षा से काम नहीं होंगे| इस में कोई दो राय नहीं है की कांग्रेस ने इस बार बीजेपी को कड़ी टक्कर देने की रणनीति बना रखी है| उत्तराखंड में पांचो लोकसभा सीटों पर उसने सभी मजबूत उम्मीदवारो को मैदान में उतार रखा है|
नैनीताल उधमसिंघ लोकसभा सीट से पूर्व में कालाढूंगी से दो बार विधान सभा का चुनाव लड़ चुके कांग्रेस पार्टी के प्रकाश जोशी को टिकट देकर उसने यह सन्देश दे दिया है की पिक्चर अभी बाकी है|
जहा एक तरफ बीजेपी पिछले दो बार केंद्र शाशन के नेतृत्व में देश के विकास,महिला शशक्तिकरण,शिक्षा,स्वास्थ,किसानो का कर्ज माफ़ी आदि योजनाओं के साथ सरकार द्वारा लिए गए ऐतिहासिक फैसले या कानून जैसे की तीन तलाक,धरा 370,गरीबी की रेखा से नीचे जीवन यापन करने बालो के लिए 5 वर्ष फ्री राशन योजना,लखपति दीदी योजना,आयुष्मान कार्ड आदि कई अपनी उपलब्धियों को जनता के बीच प्रचार प्रसार बोट बैकं को साधने में लगी है वही कांग्रेस 2014 से पहले देश की आर्थिक स्थिति और रोजगार आदि को लेकर जनता के बीच जारही है|
अब देखना यह की जनता किस पर अपना भरोसा दिखती है जिसने 10 वर्ष राज्य किया या जिसने 70 वर्ष राज्य किया| किसके वदो में कितना दम है और कौन देश की निर्णायक जनता के पैरामीटर पर खरा उतरता है,इस का फैसला 4 जून को मतगणना वाले दिन हो जायेगा|