देहरादून। प्रदेश के स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी ने कहा कि कैबिनेट की बैठक में मंत्रीगण एवं अधिकारी भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज के क्लोज कान्टेक्ट में न होने के कारण कम रिस्क वाले कान्टेक्ट के अंतर्गत आते हैं। वे अपना कार्य सामान्य रूप से कर सकते हैं और उन्हें पृथक-वास में भेजने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और उनकी कैबिनेट के अन्य सहयोगी अपना कार्य सामान्य रूप से करते रहेंगे। उन्होंने बताया कि हालांकि अधिक रिस्क वाले कान्टेक्ट की दशा में 14 दिन के लिए गृह पृथक-वास में भेजने और आईसीएमआर के प्रोटोकॉल के अनुसार टेस्ट कराये जाने का प्रावधान है।