विकासनगर। जन संघर्ष मोर्चा ने सरकार पर गन्ना किसानों के शोषण का आरोप लगाया है। कहना है कि तीन से चार साल बीत चुके हैं, लेकिन सरकार की ओर से गन्ना खरीद के मूल्यों में इजाफा नहीं किया गया है। इससे किसान परेशान हैं। सोमवार केा जन संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष व जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने पत्रकार वार्ता की। कहा कि पेट्रोलियम उत्पाद, शिक्षा, खाद्य पदार्थ आदि में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। इनके दाम लगभग दो गुने हो गए हैं। लेकिन गन्ना खरीद के दाम जस के तस बने हुए है। कहना है कि वर्ष 2017-18 में सामान्य प्रजाति के गन्ने का मूल्य 316 और अगेती प्रजाति का मूल्य 326 रुपये प्रति कुंटल निर्धारित किया था। तीन वर्ष बीतने के बाद भी कीमतें 317 और 327 रुपये बनी हुई हैं। जो किसानों के साथ अन्याय है। इन तीन साल में सरकार ने गन्ना खरीद दाम में महज एक रुपये प्रति कुंतल का इजाफा किया है। उन्होंने सरकार से महंगाई को देखते हुए गन्ना खरीद मूल्य में बढ़ोत्तरी करने की मांग की है। मौके पर मोर्चा नेता दिलबाग सिंह व सुशील भारद्वाज मौजूद रहे।