ऋषिकेश। चैत्र नवरात्र के शुभ आगमन पर तीर्थ नगरी ऋषिकेश क्षेत्र में श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान कर दान पुण्य किया। नवरात्रों और नव संवत्सर पर लोगों ने अपने घरों में विधिवत पूजा अर्चना के साथ घट की स्थापना की। यहां के मंदिरों में भी श्रद्धालुओं ने पूजन किया। अन्य जनपदों से भी श्रद्धालु यहां गंगा स्नान और मंदिरों के दर्शन के लिए आ रहे हैं।
ज्योतिषियों का मानना है कि इस चैत्र नवरात्र में बन रहे मंगलकारी संयोग सफलता प्रदान करने वाले होंगे। श्री सिद्ध हनुमान मंदिर, श्री बालाजी धाम झाझरा के संरक्षक बाबा हठयोगी ने बताया कि अष्टमी और नवमी साथ-साथ होने के कारण स्मार्त (ग्रहस्थों) के लिए अष्टमी और नवमी 13 अप्रैल को रहेगी। इस दिन सुबह 11.41 बजे तक अष्टमी है।
इसके बाद नवमी शुरू हो जाएगी। इस मत में मध्यान्ह व्यापिनी नवमी को राम नवमी मानते हैं। वैष्णव (सन्यासी) नवमी के वृत का परायण 14 अप्रैल को करेंगे। उस दिन नवमी तिथि सुबह 9.35 बजे तक रहेगी। बताया कि शक्ति की उपासना का पर्व चैत्र नवरात्र की शुरुआत छह अप्रैल को होगी। नौ दिनों में इस बार पांच सर्वार्थ सिद्धि, दो रवि योग और रवि पुण्य का संयोग बनेगा। नौ दिनों में बन रहे मंगलकारी संयोग देवी की साधना में सफलता प्रदान करने वाले होंगे।