देहरादून। प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय राजीव भवन में आयोजित कार्यक्रम में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने स्वतंत्र भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री, कांग्रेस पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष, भारतरत्न मौलाना अब्दुल कलाम आजाद के जन्म दिवस के अवसर पर उनके चित्र पर माल्यर्पण कर उन्हें श्रद्धापूर्वक याद किया।
इस अवसर पर कांग्रेस वक्ताओं ने कहा कि अनेक भाषाओं के ज्ञाता मौलाना अब्दुल कलाम आजाद भारतीय स्वतंत्रता अभियान के वरिश्ठ नेता थे जोे स्वतंत्रता आन्देालन के अभियान में आगे बढ़ते हुए स्वतंत्र भारत सरकार के पहले शिक्षा मंत्री बने। मौलाना आजाद भारत में षिक्षा प्रदान करने वाली संस्थाओं का निर्माण करना चाहते थे और इनकी इसी याद में पूरे भारत में उनका जन्म दिन ‘‘राष्ट्रीय शिक्षा दिन’’ के रूप में मनाया जाता है। सामाजिक सौहार्द एवं हिन्दू-मुस्लिम एकता के प्रतीक मौलाना आजाद ने स्वतंत्रता आन्दोलन के समय कई लोगों केा शिक्षित करने का काम किया तथा उन्हें आजादी की लड़ाई लड़ने की प्रेरणा दी। शिक्षा मंत्री रहते हुए उन्होंने धर्मों में भेदभाव किये बिना सभी को समान षिक्षा का अधिकार दिया जिसके लिए वे सदैव याद किये जाते रहेंगे। 1829 मे मौलाना आजाद भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए चयनित हुए। इस अवसर पर प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकान्त धस्माना, अनुषासन समिति के अध्यक्ष प्रमोद कुमार ंिसह, अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष ताहिर अली, पूर्व मंत्री अजय सिंह, प्रदेष प्रवक्ता डाॅ0 आर.पी. रतूड़ी, गरिमा दसौनी, प्रदेष सचिव राजेष पाण्डे, पीसीसी सदस्य राजेश चमोली, महेश जोशी, शैलेन्द्र शेखर करगेती, अनुज दत्त शर्मा, मौ0 फारूख, दानिष्श कुरैशी, अकबर सिद्धिकी, भूरा, रमीज राजा, नजमा खान, प्रणीता बडोनी, शंाति रावत, जेबा खान आदि अनेक कांग्रेसजन उपस्थित थे।