देहरादून। सोमवती अमावस्या पर बड़ी संख्या में श्ऱद्धालु तीर्थनगरी ऋषिकेश-हरिद्वार में पहंुचे और गंगा स्नान कर अपने इस्टदेव की पूर्जा अर्चना की। इस अवसर पर ऋषिकेश और हरिद्वार में पुलिस बल सुरक्षा की दृष्टि से चप्पे चप्पे पर तैनात था।
सोमवती अमावस्या पर सुबह से ही श्रद्धालु गंगा घाटों पर स्नान करने पहंुचने लगे थे।. आज वट सावित्री और सोमवती अमावस्या का पर्व एक साथ पड़ा था और इसलिए देश के कोने-कोने से लाखों की संख्या में श्रद्धालु ऋषिकेश व हरिद्वार पहुंचें और गंगा घाटों पर आस्था की डुबकी लगाई।ं. पुलिस ने पूरे मेला क्षेत्र को 5 सुपर जोन, 14 जोन में बांटा था।. ट्रैफिक प्लान को लेकर भी पुलिस अलर्ट पर रही। दरअसल चारधाम यात्रा तो चल ही रही है, इसके साथ ही स्कूलों में गर्मियों की छुट्टियां भी पड़ी हुई हैं। इसकी वजह से लाखों की संख्या में श्रद्धालु स्नान करने पहुंचे थे। ऐसे मेें नारसन बॉर्डर से लेकर हरिद्वार जाम की स्थिति बनी रही।जो उमस भरी गर्मी के इस मौसम में लोगों के लिए बड़ी मुसीबत साबित हुआ और गंगा स्नान की ताजगी, उत्साह पसीने में धुलता हुआ महसूस हो रहा था। हरिद्वार के साथ ही ऋषिकेश के त्रिवेणी संगम पर भी दूर-दूर से पहुंचे श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। चार धाम यात्रा और स्नान का विशेष महत्व होने के चलते बड़ी संख्या में लोग गंगा स्नान के लिए पहुंचे। तीर्थपुरोहितों के अनुसार सोमवती अमावस्या पर भगवान विष्णु पीपल पर निवास करते हैं। वट सावित्री का व्रत भी साथ पड़ने को लेकर मान्यता है कि इस योग में गंगा स्नान, दान पुण्य करने से राहु, केतु और शनि से संबंधित कष्टों से मुक्ति मिलती है।