देहरादून। हरिद्वार में विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की दो दिवसीय बैठक शुरु हो गयी है। इसमें विश्व हिंदू परिषद के सभी पदाधिकारियों के साथ ही अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के 13 सभी अखाड़ों के अलावा विभिन्न आश्रमों के महामंडलेश्वर भाग लेंगे। बैठक से पहले पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री स्वामी चिन्मयानंद सरस्वती के नेतृत्च में सुबह 10.30 बजे केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की उच्चाधिकार समिति की बैठक शुरु हो गई। इसमें दोपहर बाद 3 बजे होने वाली केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की बैठक के एजेंडे के बारे में विचार-विमर्श किया जा रहा है। पूर्व गृह राज्य मंत्री स्वामी चिन्मयानंद सरस्वती ने बताया शाम 3 बजे से मार्गदर्शक मंडल की बैठक शुरु हो रही है। इसमें तीन सत्र हो सकते हैं। पहला सत्र आज शाम को, दूसरा सत्र गुरुवार सुबह और तीसरा समापन सत्र गुरुवार शाम को होने की संभावना है।
स्वामी चिन्मयानंद ने कहा कि इन सत्रों में सभी संत अपने बरसों से संकल्प को पूरा होते देख अपने अगले चरण के बारे में विचार कर सकते हैं कि हमारा कर्तव्य क्या है, हमारा अगला कदम क्या होना चाहिए। इसमें सभी विषय आ जाते हैं और सभी पर एक विहंगम दृष्टि डाली जाएगी। स्वामी चिन्मयानंद ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण पर भी संत राय व्यक्त करेंगे। माना जा रहा है संत समाज राममंदिर के अलावा कश्मीर में धारा 370 हटाने तथा 35 ए के बारे में विचार करेगा। स्वामी चिन्मयानंद ने कहा कि उन सभी विषयों पर बात की जाएगी जिनके बारे में हिंदू समाज और संत समाज संघर्ष करता रहा है। संत इस पर भी विचार करेंगे कि इन मुद्दों पर सरकार का रुख क्या रहा है और सरकार को कितनी सख्ती की आवश्यकता है।