देहरादून। प्रदेश के शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने आई.एस.बी.टी के समीप उत्तराखण्ड स्टेट सेन्टर पर आयोजित होने वाले दो दिवसीय इंजिनियर्स की राष्ट्रीय कार्यशाला के उद्घाटन के अवसर कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। उन्होंने कहा कि किसी भी राज्य में निर्माण कार्य की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी इंजिनियर्स लेते हंै।
टैक्नोलाॅजी व विकास में सीधा संबंध है। भारत मानक ब्यूरो और नगर विकास एवं आवास विभाग के संयुक्त रूप से आयोजित किये जाने वाले कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में श्री कौशिक ने कहा इंजिनियर्स द्वारा दिये गये माॅडल पर ही निर्माण कार्य से संबंधित कानून कोे बनाना उचित होता है। ऐसा न किये जाने पर उस कानून के असफल होने की सम्भावना बनी रहती है। उन्होंने कहा कि आज के मानक के अनुसार पहाड़ पर जहां भूमि है वहां आवास नहीं बन सकते है और जहां आवास बन सकते है वहां भूमि नहीं है।
मंत्री ने कहा राज्य का विकास दूरगामी दृष्टि से किया जायेगा। इसके लिए आवश्कता पड़ी तब कानून में संशोधन भी किया जायेगा। क्योंकि सभी माॅडल को बदलती परिस्थति के अनुरूप सामजंस्य स्थापित करना होता है। सरकार का लक्ष्य राज्य के सभी नागरिकों को आवास उपलब्ध करना है। इसके अनुरूप राज्य सरकार अपनी नीति बनायेगी। सरकार का लक्ष्य 1 लाख आवास का निर्माण करना है।
इस संबंध में द इन्स्टीच्यूट आॅफ इंजिनियर्स के आठ लाख सदस्य अपने राय देकर राज्य को मार्गदर्शन प्रदान कर सही दिशा दे सकते है। इस अवसर पर मंत्री को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित भी किया गया।