देहरादून। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी अजेंद्र अजय ने कहा कि कांग्रेस की नजरों में राजनीति का चश्मा चढ़ा हुआ है। लिहाजा, उसको कोरोना संकट के कारण पैदा हुई असाधारण व असामान्य परिस्थितियां नजर नहीं आ रही हैं। कांग्रेस हर मुद्दे को राजनीति के चश्मे से देख रही है। उन्होंने जिला योजना समितियों को लेकर कांग्रेस द्वारा किए जा रहे विवाद को गैर जरूरी बताया। उन्होंने कहा कि जिला नियोजन समितियों के चुनाव मार्च माह में प्रस्तावित थे और राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा इसकी प्रक्रिया भी शुरू कर ली गई थी।
मगर लॉक डाउन में केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार चुनाव को स्थगित करना पड़ा। वैसे भी जिला योजना समिति के चुनाव कराना राज्य निर्वाचन आयोग की जिम्मेदारी है, जो कि एक संवैधानिक संस्था है। राज्य सरकार की इसमें कोई भूमिका नहीं है। उन्होंने कहा कि संवैधानिक संस्थाओं की मर्यादा भंग करना और अपने अनुकूल निर्णय ना आने पर उनकी धज्जियां उड़ाना कांग्रेस का इतिहास रहा है। जिला योजना चुनाव स्थगित होने को लेकर कांग्रेस द्वारा सवाल उठाया जाना राज्य निर्वाचन आयोग की प्रतिष्ठा पर प्रश्न चिन्ह लगाना है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने एक अंतरिम व्यवस्था के तौर पर जिला योजना के परिव्यव की स्वीकृति का अधिकार प्रभारी मंत्रियों के अनुमोदन के बाद जिलाधिकारियों को दी है। परिस्थितियों के सामान्य होते जिला योजना समिति के चुनाव करा लिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार को ऐसा निर्णय कोरोना संकट के चलते अपरिहार्य परिस्थितियों में लेना पड़ा है। सरकार के इस निर्णय के बाद विभिन्न विभाग खासकर स्वास्थ्य विभाग कोरोना महामारी के अनुरूप अपनी योजनाओं और जरूरतों के हिसाब से बजट खर्च कर सकेगा। उन्होंने क्वारंटाइन सेंटरों को लेकर कांग्रेस नेताओं द्वारा लगातार हो-हल्ला मचाए जाने को उनका गैर जिम्मेदाराना रवैया बताया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा क्वारंटाइन सेंटरों की व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त रखने और समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए सभी जिलाधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं और शासन स्तर पर इसकी नियमित मानटरिंग की जा रही है।