देहरादून, आजखबर। प्रदेश महिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष ज्योति रौतेला के नेतृत्व में राज्य व केन्द्र सरकार के नीतियों के खिलाफ सैकडों महिला कार्यकर्ताओं के साथ मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया गया। इस असवर पर रौतेला ने कहा कि कांग्रेस पार्टी्र उत्तराखण्ड की बेटी अंकिता भण्डारी हत्याकाण्ड की जांच सीबीआई से कराये जाने की मांग लगातार राज्य व केन्द्र सरकार से करती आ रही है परन्तु आज तक उनके परिवार को न्याय नही मिल पाया है। उन्होंने कहा मणीपुर में जिस तरह से महिलाओं को सरकार के नाक के नीचे निर्वस्त्र कर सड़कों पर घुमाया गया यह देश को शर्मशार करने वाला काण्ड था, परन्तु आज तक उन महिलाओं को न्याय नही मिल पाया है। उन्होंने कहा राज्य में भर्ती घोटाला जिसमें भाजपा के नेता स्वयं संलिप्त रहे हैं, महंगाई, बेरोजगारी, अंकिता भण्डारी काण्ड में वीआईपी का नाम अभीतक उजागर नही हो पाया, सरकार की लचर व्यवस्था के कारण डेंगू महामारी का प्रकोप लगातार बढ रहा है। केन्द्र सरकार ने अग्निवीर भर्ती जैसी योजना लाकर देश के युवाओं के साथ धोखा कर छलने का काम किया है। उन्होंनेे राज्य के युवाओं से अपील करते हुए कहा कि भाजपा के जनविरोधी नीतियों खिलाफ सड़कों में उतरकर आन्दोलन करें ताकि देश व राज्य में हो रहे अत्याचार का बदला लिया जा सके।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि अंकिता हत्याकाण्ड मानवता के लिए शर्मसार करने वाला तथा देवभूमि उत्तराखण्ड की अस्मिता को कलंकित करने वाली घटना है जिसके लिए दोषियों को फांसी की सजा दी जानी चाहिए जिससे ऐसा अपराध करने वालों को सबक मिल सके। करन माहरा ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है तथा बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली भाजपा सरकार में महिलाओं पर अत्याचार की घटनायें लगातार बढती जा रही हैं। भाजपा नेता के रिजार्ट में राज्य की बेटी अंकिता भण्डारी के साथ हुई जघन्य अपराध की घटना के उपरान्त सरकार द्वारा रातोंरात सबूत नष्ट करने का काम किया गया उससे स्पष्ट होता है कि भाजपा सरकार में अपराधियों को खुला संरक्षण दिया जा रहा है। जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन द्वारा रिसॉर्ट पर बुल्डोजर फिराने के आदेशों से इनकार किया जा रहा है तथा भाजपा सरकार सबूत नष्ट करने के बाद अपनी पीठ थपथपा रही है। उन्होंने कहा कि इस जघन्य आपराधिक घटना में शामिल सभी लोगों के नामों का खुलासा होना चाहिए जिसके लिए कांग्रेस पार्टी इस जघन्य हत्याकाण्ड की जांच सीबीआई से कराने की मांग करती आ रही है। परन्तु सरकार अपने लोगों के बचाने के लिए सीबीआई जॉच करने से कतरा रही है।