देेहरादून। चार धाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों में पहाड़ की खूबसूरत वादियों को लेकर जो सपने आंखों में तैर रहे हैं। वो तब टूटने लग जा रहे हैं।जब वह बद्रीनाथ हाईवे पर सफर कर रहे हैं। दरअसल यहां ऑलवेदर रोड निर्माण के बाद जिस तरह से सड़कों पर धूल के गुब्बार उड़ रहे हैं उससे न सिर्फ यात्री परेशान हो रहे हैं बल्कि ये हादसे को भी न्योता दे रहे हैं। आखिर सड़क है कहां और कैसे आगे बढ़ें। यह स्थिति तब वाहन चालकों के सामने आ रही है जब वे चमोली जनपद कर्णप्रयाग उमट्टा से पीपलकोटी की ओर बद्रीनाथ हाईवे पर जा रहे हैं।
यहां ऑलवेदर रोड निर्माण का काम कर रही कंपनियों द्वारा सड़क चैड़ीकरण का काम किया जा रहा है। लेकिन ये काम मानकों को ताक पर रखकर किया जा रहा है। पानी के छिड़काव की समुचित व्यवस्था न होने के चलते सड़क पर धूल के गुब्बार किस तरह उड़ रहे हैं वो इस तस्वीर में देखी जा सकती है।
इस मामले में जहां प्रशासन हर व्यवस्था दुरुस्त करने की बात कहकर मामले से पल्ला झाड़ने की कोशिश कर रहा है, वहीं पर्यावरणविद इसे पर्यावरण के लिए घातक होने के साथ ही बरसात में भूक्षरण का कारण भी बता रहे हैं। यह सच है कि विकास के लिए सड़कों का होना आवश्यक है। लेकिन सड़क कटिंग का मलबा नदियों में उड़ेला जा रहा है और धूल के गुब्बार हर तरफ पर्यावरण में जहर घोल रहे हैं। अगर इनपर ध्यान नहीं दिया गया तो ये यहां विकास कम विनाश ज्यादा करेंगे।