ऋषिकेश। वन विभाग की लापरवाही के चलते चंद्रभागा नदी के किनारे वन भूमि पर दर्जनों अवैध टुल्लू पंप संचालित किए जा रहे हैं। इन टुल्लु पंपों को स्पेशल गाड़ियां धोने के लिए लगाया हुआ है। स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से भूमिगत जलस्त्रोत का दोहन करने वालों पर विभागीय अधिकारी कार्रवाई की बजाए दरियादिली दिखा रहे हैं। चारधाम यात्रा बस ट्रांजिट कंपाउंड के समीप चंद्रभागा नदी के किनारे वन विभाग की भूमि पर वर्षों से करीब 37 अवैध टुल्लू पंप संचालित हो रहे हैं।
अप्रैल 2017 में वन विभाग ने जेसीबी चलाकर अवैध तौर पर संचालित करीब 25 अवैध टुल्लू पंपों को उखाड़ कर जब्त कर लिए थे। इसके बाद टुल्लू पंप संचालकों पर विभाग ने जुर्माना भी लगाया था। इसके बाद दोबारा स्थानीय सफेदपोशों व रसूखदारों के संरक्षण में वन भूमि पर दोबारा पहले से भी अधिक टुल्लू पंप स्थापित हो गए हैं, जिनसे बेरोकटोक वाहनों की धुलाई की जा रही है। शहर के कई रसूखदार के दबाव में विभागीय अधिकारी अनाधिकृत तौर पर संचालित टुल्लू पंप संचालकों पर कार्रवाई करने से बच रहे हैं। वन भूमि पर दो वर्ष पूर्व की गई कार्रवाई के बाद यहां टुल्लू पंपों की संख्या में और अधिक इजाफा होने के बावजूद महकमा चुप्पी साधे हुए हैं।