देहरादून। उत्तराखण्ड की राजधानी देहरादून में गौवंश की बेकद्री हो रही है। शासन-प्रशासन गौवंश की सुरक्षा को लेकर उदासीन बना हुआ है।
आज सुबह आशा रोड़ी चैकी इंचार्ज कोमल सिंह रावत द्वारा दी गई सूचना पर तत्काल मौके पर पहुंचे राष्ट्रीय गौ रक्षा वाहिनी के उत्तराखंड उत्तर प्रदेश प्रभारी शादाब ने उन गायों के लिए नगर निगम से नगर आयुक्त को फोन पर अवगत कराने के बाद तत्काल गाड़ी को मौके पर भेजा। एक गाय की रोड पर टक्कर लग जाने से मौत भी हो गई। शादाब ने अपनी टीम के साथ मिलकर उन दों गायों को गाड़ी में लादकर तत्काल उनके स्थान पर भिजवाया। बीते रोज एक गाय के बछड़े के बीमार होने की सूचना मिलने के बाद राष्ट्रीय गौ रक्षा वाहिनी के उत्तराखंड उत्तर प्रदेश प्रभारी शादाब अली ने इसकी सूचना मुख्य नगर अधिकारी को देनी चाहिए तो उनका फोन नहीं उठा। साथ ही उस बछड़े को इलाज के लिए अस्पताल भेजा था। सावल ये उठता है की इनकी जिम्मेदारी लेने को कोई तैयार नहीं हुआ। शादाब का कहना है किशहर में जहां तहां गौवंश आवारा घूम रहा है। काम न होने के कारण बछड़ों को लोग पैदा होने के बाद आवारा छोड़ रहे है या फिर उन्हे बेच दिया जाता हैं। जिससे गौवंश की सुरक्षा पर सवालिया निशान उठ रहे हैं। शादाब की टीम में विनोद नेगी संगठन मंत्री, अब्दुल वहाब प्रदेश उपाध्यक्ष, इकराम जिला मंत्री, आफताब शाह संगठन मंत्री, नौशाद जिला मंत्री, दीपक नेगी मंडल मंत्री, जितेंद्र रावत शामिल रहे।