देहरादून। डा. सुजाता संजय को 63वीं ऑल इंडिया कांग्रेस ऑफ ऑब्सटेट्रिक्स एंड गायनोकोलॉजी वार्षिक सम्मेलन लखनऊ में सम्मानित किया गया। डाॅ0 सुजाता संजय के निःस्वार्थ भाव से सामाजिक एवं चिकित्सा के क्षेत्र में दूरस्थ क्षेत्रों स्कूलों, काॅलेजों एवं गर्भवती महिलाओं के लिये किये गये जन-जागरूकता व्याख्यान, मातृत्व से सम्बधित जानकारी एवं निःशुल्क चिकित्सा के लिए यह सम्मान मिला। डाॅ0 सुजाता संजय द्वारा 9 साल की अवधि में 275 से भी अधिक निःशुल्क स्वास्थ्य परामर्श शिविरों द्वारा 7800 से भी अधिक मरीजों को स्वास्थ्य लाभ दिया। जिसको कि इंडिया बुक आॅफ रिकार्डस ने शामिल किया। डाॅ0 सुजाता संजय ने बताया कि हमारे राज्य की महिलाओं की स्वास्थ्य स्थिति को ठीक करने के लिए वर्ष 2010 में निःशुल्क स्वास्थ्य परामर्श शिविर करने का ध्येय किया। उनका मानना है कि महिलाऐं अपने घर-परिवार की देखरेख एवं पारिवारिक समस्याओं के चलते अपने स्वास्थ्य को अनदेखा कर देती है जिसकी वजह से उनको शारीरिक परेशानियाॅ घेर लेती है। इसको देखते हुए मैंने देहरादून के आसपास एवं पहाडी क्षेत्रों में जाकर निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण किया।
डाॅ0 सुजाता संजय भारत की एक मात्र एवं प्रथम स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ है जिनका चयन महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा देश की 100 वीमेन आॅफ अचीवर्स के लिये भी चुना गया था। जिन्हें भारत के महामहिम राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। यह सम्मान उन्हें निःस्वार्थ चिकित्सा एवं समाज सेवा के लिए दिया गया। डाॅ0 सुजाता संजय द्वारा करीब अब तक 145 से भी अधिक रेडियो पर अपने स्वास्थ्य सम्बन्धी कार्यक्रम किय गऐ। यह देश की एकमात्र स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ हंैं। जिन्होंने केवल महिलाओं के स्वास्थ्य सम्बन्धी कार्यक्रम किये हंै जिसको कि इंडिया बुक आॅफ रिकार्ड में सम्मिलित किया जा चुका है। जिनका मुख्य उद्देश्य प्रदेश की महिला एवं किशोरियों को स्वास्थ्य एवं शिक्षा के प्रति जागरूक करना रहा है। डाॅ0 सुजाता संजय द्वारा संचालित सेवा एन.जी.ओ. से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत सक्रिय रूप से कार्य कर रही है। जिसमें वह समाज में बेटियों की महत्ता के बारे में समाज को जागरूक करती हैं साथ ही बेटियों को पढ़ाई हेतु स्टेशनरी भी वितरित करती है। डाॅ0 सुजाता संजय द्वारा विश्व की प्रथम ब्रेल लिपि महिला दर्पण में स्वास्थ्य पुस्तक लिखी गई है।