विकासनगर। जौनसार बावर क्षेत्र में बारिश से बंद हुए मार्ग लगातार दुश्वारियां बढ़ा रहे हैं। सात दिनों से बंद मार्गों के कारण ग्रामीणों का जन जीवन पूरी तरह प्रभावित हो गया है। ग्रामीणों को जरूरी सामान के साथ रोजमर्रा की जरूरतों को कई-कई किमी पैदल दूरी नापनी पड़ रही है। परेशान ग्रामीणों ने डीएम को पत्र भेजकर जल्द मार्ग खुलवाने की गुहार लगाई है। एक सप्ताह पहले क्षेत्र में हुई झमाझम बारिश ने दर्जनों मार्गों पर यातायात बंद हो गया था। इनमें से कुछ मार्गों पर तो यातायात सुचारू हो गया। लेकिन, करीब पंद्रह मोटर और संपर्क मार्ग सातवें दिन भी यातायात के लिए ठप हैं। जिससे सम्बंधित आबादी गांवों में कैद होकर रह गई है। इतना ही नहीं, बागवानों व किसानों के सामने नगदी फसलों को मंडियों तक पहुंचाने का संकट खड़ा हो गया है। स्थानीय निवासी गंगाराम, मातबर सिंह, रमेश शर्मा, अर्जुन सिंह, गजेन्द्र आदि ने बताया कि बारिश ने उनके सामने संकट खड़ा कर दिया है। गांव के संपर्क मार्गों के साथ कई मोटर मार्ग सात दिनों से बंद हैं। जिससे क्षेत्रवासियों का जन-जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। बताया कि मार्ग बंद होने से उनका संपर्क शहरों के साथ मंडियों से कट गया है। बताया कि इस सम्बंध में कई बार विभागीय अधिकारियों से लेकर तहसील प्रशासन से गुहा लगाई जा चुकी है। लेकिन, कोई मार्गों को खोलने के प्रति गंभीरता नहीं दिखा रहा है। जिसका खामियाजा क्षेत्रवासियों को भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने मामले में जिलाधिकारी को पत्र भेजकर उनका ध्यान मार्गों की ओर खींचा है। ये मार्ग हैं बंदलोनिवि चकराता के अंर्तगत गौराघाटी लावड़ी, मेघाटू कुल्हा व बगुरधार मार्ग के साथ पीएमजीएसवाई के परियाड़ समोग, कुनैन, कैलन डिमीच, मसराड़, लांगा बिंहार, खारसी कंदाड़, सावड़ डुंगरी, रड्डू मुंधौल, बानपुर, कोठा तारली, हयौ टगरी व माक्टी पोखरी मार्ग सातवें दिन भी यातायात के लिए सुचारू नहीं हो सके हैं।