जोशीमठ। जोशीमठ नरसिंह मंदिर में पूजा अर्चना के बाद आदि गुरु शंकराचार्य की गद्दी, तेल कलश व मुख्य पुजारी रावल बदरीनाथ धााम के लिए रवाना हुए। यात्र 13 मई को जोशीमठ से आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी के साथ योगधयान मंदिर पांडुकेशर और वहां से 14 मई को यात्र उ)व व कुबेर जी और शंकराचार्य की गद्दी सहित बदरीनाथ धााम पहुंचेगी। 15 मई को प्रातः की बेला पर 4-30 बजे बदरीनाथ मंदिर के कपाट खुलने पर भगवान का अभिषेक किया जायेगा।