देहरादून। सुबह की ठंडी हवाओं के साथ देशभक्ति की गर्मी आज हर देशवासी के अंदर एक नई स्फूर्ति पैदा कर रही है। हर कोई देशभक्ति के जज्बे से लबरेज होकर गौरवशाली गणतंत्र को याद कर रहा है। देश ने आज एक बार फिर से अपनी गौरवशाली परंपरा और संस्कृति को दुनिया के सामने रखा। 70 वें गणतंत्र दिवस के मौके पर देश के हर कोने से सुखद तस्वीरें सामने आई। देशभक्ति के रंग में रंगा देश एक होकर गणतंत्र के इस जश्न को और भी खास बना रहा है।
आज गणतंत्र की जयकार कश्मीर से कन्याकुमारी तक गूंज रही है। देश ने गणतंत्र के सहारे चलते हुए 69 साल पूरे कर लिए हैं। सारा देश हर्षोल्लास के साथ इस पर्व को मना रहा है। राजपथ पर देश की संस्कृति,सुंदरता और सेना ने इस मौके को और भी खास बनाया।
लेकिन अब यह यात्रा एक ऐसे चैराहे पर खड़ी है, जहां से निकलने वाले रास्तों पर गणतंत्र तो जिन्दा दिखता है लेकिन उसमें रहने वाली आजादी की रूह मृतप्राय दिखती है। गहराई में जायें तो संविधान से इतर सत्ता की कुछ संरचनाएं है जो आजादी से लेकर अब तक पूरे देश के जनमानस पर राज कर रही हैं। कहा जाता है कि देश को उसके नागरिक महान बनाते हैं ऐसे में हर देशवासी को समझने की जरुरत है कि संविधान कुछ नियमों और अनुच्छेदों का पुलिंदा नहीं जिसे केवल याद किया जाए। हमें संविधान के मूल्यों के साथ-साथ देश के भूगोल और समाज को समझने की जरुरत है, तब जाकर ही हमारा गणतंत्र और गौरवशाली होगा।