विकासनगर। ग्राम सभा जोगियो के ग्रामीणों ने गांव में हो रहे निर्माण कार्यों की जानकारी ग्राम सभा को न देने का आरोप लगाया। साथ ही ग्राम प्रधान का कार्य प्रधान पति द्वारा किए जाने को लेकर खंड विकास अधिकारी को पत्र सौंपा है।
मंगलवार दोपहर बड़ी संख्या में ग्राम सभा जोगियो के ग्रामीण व्यापार मंडल अध्यक्ष क्वांसी सूर्यपाल चौहान के नेतृत्व में खण्ड विकास कार्यालय पहुंचे। ग्रामीणों ने एक शिकायती पत्र खंड विकास अधिकारी को सौंपा। ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान के रवैये और कार्यप्रणाली को लेकर खंड विकास अधिकारी से शिकायत दर्ज करने के साथ कड़ी आपत्ति जताई। ग्रामीणों ने कहा कि ग्राम प्रधान मनमाने ढंग से कार्य कर रही हैं। कहा कि ग्राम पंचायत में चल रहे निर्माण कार्य वित्त योजना से हो रहे हैं या जलागम से हो रहे है अथवा मनरेगा से हो रहे हैं। इसकी जानकारी ग्रामीणों को नहीं दी जा रही है। कहा कि गांव में होने वाली पंचायत की खुली बैठक आयोजित नहीं की गयी और उसे फर्जी तरीके से निपटाया गया है। ग्रामीणों ने कहा कि पंचायत सेकेट्री व ग्राम विकास अधिकारी गांव नहीं आते हैं। आरोप लगाया कि प्रधान की जगह हर कार्य प्रधान पति द्वारा किया जाता है। जवाब मांगने पर कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिलता है। ग्रामीणों ने खंड विकास अधिकारी से जल्द गांव में पंचायत की खुली बैठक करवाने की मांग की है। ग्रामीणों ने कहा कि जब तक ग्राम पंचायत की खुली बैठक नहीं हो जाती तब तक गांव में होने वाले किसी भी निर्माण व विकास कार्य का भुगतान न किया जाए। मामले को संज्ञान में लेते हुए खंड विकास अधिकारी चकराता अनिता पंवार ने सम्बंधित पंचायत सेकेट्री व ग्राम विकास अधिकारी को तत्काल निर्देशित कर 12 नवम्बर को खुली बैठक करने के आदेश दिए। खंड विकास अधिकारी ने ग्रामीणों की ओर से लगाये जा रहे आरोपों की जांच का आश्वासन ग्रामीणों को दिया। जिसके बाद ग्रामीण शांत होकर लौटे। शिकायत करने वाले ग्रामीणों में सूर्यपाल चौहान, ज्ञारु, प्रेमदास, राजेन्द्र, ह्रदय सिंह, श्याम सिंह, बलवीर, भगत सिंह, जयपाल सिंह, राजू, कुंवर सिंह, मनोज, रितेश, सन्तराम, सुलतान सिंह, जवाहर सिंह, आदि शामिल रहे। उधर ग्राम प्रधान सरिता चौहान का कहना है कि सभी कार्य नियमानुसार किये जा रहे हैं। कुछ लोग राजनीतिक रूप से गलत आरोप लगा रहे हैं। कहा कि मीटिंग का एजेंडा ऑनलाइन निकलता है व सब कुछ नियमानुसार किया जा रहा है। कहा कि वे अपने पद के अनुरूप कार्य करने में पूरी तरह से सक्षम हैं। उनके पति का प्रधान के कार्यों में कोई हस्तक्षेप करने का मतलब नहीं बनता है। सारे आरोप सरासर झूठे व राजनीति से प्रेरित हैं।