विकासनगर। समाज सेवा लिए नेत्र दान और अंग दान किए जाने के कई मामले सामने आते रहते हैं, लेकिन पछुवादून, जौनसार बावर में मेडिकल के छात्र-छात्राओं की शिक्षा के लिए अपनी देहदान करने का पहला मामला सामने आया है। त्यूणी के थानाध्यक्ष कृष्ण कुमार ने दुनिया से विदा होने के बाद अपनी देहदान कर सामाज सेवा का उत्कृष्ट संदेश समाज को दिया है। बकौल, थाना प्रभारी कृष्ण कुमार दुनिया से विदा होने के बाद उनके पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा। उन्होंने अपने जीते जी देहदान करने की इच्छा जताकर अपने परिजनों को बता दिया। इसके लिए बाकायदा पूरी कार्यवाही कर दी गई है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश के एनाटॉमी विभाग में पंजीकरण करा दिया गया है। थाना प्रभारी कृष्ण कुमार की पत्नी हीरादेवी ने कहा कि पति की इच्छा का मैं सम्मान करती हूं। प्रभु से प्रार्थना है वो शतायु हों। दुनिया से विदा होने के बाद भी उनकी देह किसी के काम आए इसके लिए उन्होंने पहले ही देहदान कर समाज के सामने अनूठी मिशाल पेश की है।