देहरादून। उत्तरकाशी के मोरी में आई तबाही की असली वजह हिमाचल और हरियाणा में बना मॉनसून सर्कुलेशन रहा। पूरे उत्तराखण्ड में भारी से भारी बारिश हुई है। लेकिन सबसे ज्यादा असर उत्तरकाशी के मोरी में देखने का मिला है। देहरादून मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक एमएम सकलानी ने इसकी वजह मॉनसून ट्रैप और सर्कुलेशन को बताया है। मौसम वैज्ञानिकों ने अगले 24 घंटे में उत्तरकाशी में हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान जताया है। बता दें कि हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड में हो रही लगातार बारिश की वजह से हिमाचल, उत्तराखंड और पंजाब में जानमाल का नुकसान बड़े पैमाने पर हुआ है। उत्तराखंड में हथिनी कुंड बैराज से 8.14 लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़े जाने के चलते हरियाणा और दिल्ली में यमुना खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
यमुना और उसकी अन्य सहायक नदियों में जलस्तर बढ़ने के कारण दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश में बाढ़ की चेतावनी जारी की गयी है। उत्तरकाशी के सीमांत क्षेत्र माकुड़ी और दुचाणु में दो स्थानों पर बादल फटने से क्षेत्र के माकुडी समेत आराकोट, मोल्डा, सनेल, टिकोची और द्विचाणु में भारी नुकसान हुआ है।