भूमि प्रबंधन के लिए नर्सरी प्रौद्योगिकी और कृषि वानिकी पर आयोजित हुआ प्रशिक्षण कार्यक्रम | Jokhim Samachar Network

Saturday, July 27, 2024

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भूमि प्रबंधन के लिए नर्सरी प्रौद्योगिकी और कृषि वानिकी पर आयोजित हुआ प्रशिक्षण कार्यक्रम

देहरादून,। विस्तार प्रभाग, भा॰वा॰अ॰शि॰प॰-वन अनुसंधान संस्थान, देहरादून द्वारा कृषि उच्च शिक्षा परियोजना संस्थागत विकास योजना के तहत चैधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर, बावल के स्नातक छात्रों के लिए 11 से 17 सितंबर तक आयोजित सात दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आज 17 सितंबर को संपन्न हुआ।
कार्यक्रम का उद्घाटन सोमवार 11 सितंबर को संस्थान की निदेशक डॉ. रेनू सिंह, आईएफएस द्वारा किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रारम्भ में डॉ. चरण सिंह, वैज्ञानिक-एफ ने निदेशक, वन अनुसंधान संस्थान का स्वागत किया और उन्हें उद्घाटन भाषण के लिए आमंत्रित किया। अपने उद्घाटन भाषण में, उन्होंने कृषि वानिकी प्रजातियों की बेहतर गुणवत्ता वाली पौध उगाने और उनके प्रबंधन के लिए हाई-टेक नर्सरी के विकास के महत्व और आवश्यकता पर बात की। उन्होंने यह भी बताया कि भूमि प्रबंधन और आय बढ़ाकर आजीविका सुधार के लिए कृषि वानिकी बेहतर विकल्प है और कहा कि छात्र अपने आसपास के किसानों को प्रेरित करके कृषि वानिकी के विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
तकनीकी सत्रों के दौरान विषय विशेषज्ञों ने कृषि वानिकी प्रजातियों की गुणवत्तापूर्ण पौध के उत्पादन के लिए हाई-टेक नर्सरी के विकास और उनकी प्रबंधन तकनीकों के विभिन्न पहलुओं पर व्याख्यान दिए। उन्होंने मृदा सुधार के साथ भूमि प्रबंधन के लिए पारंपरिक से आधुनिक वैज्ञानिक कृषि वानिकी तक की यात्रा के साथ कृषि वानिकी की मूल अवधारणा और उत्पत्ति के बारे में भी बताया। विद्यार्थियों को एकीकृत कीट एवं रोग प्रबंधन पर भी जानकारी प्रदान की गई। प्रशिक्षण कार्यक्रम के अन्तर्गत छात्रों के लिए हरिद्वार के आसपास के कृषि वानिकी समृद्ध क्षेत्रों का एक क्षेत्रीय दौरा भी आयोजित किया गया, जहां उन्होंने कृषि विज्ञान केंद्र, धनौरी, हरिद्वार का भी दौरा किया और कृषि प्रबंधन पर अद्यतन जानकारी प्राप्त की।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान छात्रों के अनुभव साझा करने के लिए उनकी प्रतिक्रिया और विचार लेकर प्रशिक्षण कार्यक्रम आज 17 सितंबर को संपन्न हुआ। कार्यक्रम के समापन सत्र में डॉ. अनिल मलिक, सहायक प्रोफेसर, कृषि विस्तार विभाग, सीसीएसएचएयू कृषि महाविद्यालय, बावल ने भी अपने विचार व्यक्त किये। सभी विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र भी वितरित किये गये। प्रशिक्षण कार्यक्रम संस्थान के विस्तार प्रभाग के वैज्ञानिक-एफ, डॉ. चरण सिंह के समग्र समन्वय के तहत आयोजित किया गया। टीम के अन्य सदस्यों में रामबीर सिंह, वैज्ञानिक-ई, विजय कुमार, सहायक वन संरक्षक, प्रीत पाल सिंह, वन रेंज अधिकारी और अन्य सदस्यों ने ऋचा मिश्रा आईएफएस, प्रमुख विस्तार प्रभाग के कुशल मार्गदर्शन में सम्पूर्ण कार्यक्रम को सफलतापूर्वक सम्पन्न किया।

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