-मातृ एवं शिशु मृत्यु दर कम करने के लिए डाक्टरों एवं नर्सिंग स्टाफ को ट्रेनिंग दी
देहरादून। दून मेडिकल कॉलेज के स्त्री रोग एवं प्रसूति विभाग का सोमवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय राष्ट्रीय मेंटरिंग टीम ने दौरा किया। उन्होंने यहां पर लेबर रूम, ओटी रूम और अन्य वार्डों का दौरा कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया एवं जरूरी सुधार के निर्देश दिये। इसके अलावा उन्होंने मातृ एवं शिशु मृत्यु दर कम करने के लिए डाक्टरों एवं नर्सिंग स्टाफ को ट्रेनिंग दी।
सोमवार सुबह डा: मृणालिनी माणी, डा: डोलमा की दो सदस्य टीम यहां पहुंची। मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए भारत सरकार द्वारा चलाये जा रहे लक्ष्य कार्यक्रम के तहत यह उनका दो दिवसीय दौरा है। एमएस डा: केके टम्टा, डिप्टी एमएस डा: मनोज शर्मा, एचओडी डा: चित्रा जोशी ने उन्हें लेबर रूम, निक्कु वार्ड और ऑपरेशन थियेटर का दौरा कराया। डा: टम्टा ने बताया कि निक्कु वार्ड में 35 वार्मर लगाए जाने का प्रस्ताव भेजा गया है। वहीं, गर्भवती महिलाओं के लिए भी व्यवस्थाएं और बढ़ाई जा रही है। इसके बाद टीम सदस्यों ने विभाग की डाक्टरों एवं नर्सिंग स्टाफ को ट्रेनिंग दी। उन्होंने गर्भवतियों से व्यवहार, उनकी एवं शिशुओं की देखभाल के लिए ट्रेंड किया। कहा कि गर्भवती महिलाओं को सबसे ज्यादा जरूरत होती है कि उन्हें अच्छा माहौल मिले। इसीलिए यह हमारी जिम्मेदारी है कि उन्हें प्यार से अटेंड किया जाए। टीम सदस्यों का कहना था सरकार लक्ष्य कार्यक्रम के माध्यम से मातृ शिशु मृत्यु दर को बिल्कुल न्यून करना चाहती है। इस दौरान एनएचएम की डायरेक्टर डा: अंजलि नौटियाल, एमएस डा: केके टम्टा, नोडल अफसर डा: केसी पंत, डिप्टी एमएस डा: मनोज शर्मा, स्त्री रोग एवं प्रसूति विभाग की एचओडी डा: चित्रा जोशी, डा: अमित कुमार, एएनएस निर्मला गर्ग, कृष्णा बिष्ट बागड़ी, जनसंपर्क अधिकारी संदीप राणा, मनीष डोभाल आदि मौजूद रहे। उधर, टीम ने कॉलेज में प्राचार्य डा: आशुतोष सयाना ने मुलाकात कर यहां की व्यवस्थाओं को दुरुस्त किये जाने को लेकर चर्चा की।