रुड़की। देहरादून की एसटीएफ की टीम ने लक्सर के मुंडाखेड़ा कलां गांव में छापा मारा। छापे में टीम ने दस हजार के इनामी बदमाश को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी देहरादून की गढ़ी कैंट कोतवाली में दर्ज एनडीपीएस के मुकदमे में एक साल से वांछित था। इस मुकदमे के तीन में से दो आरोपी पहले ही जेल जा चुके हैं। पुलिस के मुताबिक 8 मार्च 2021 में गढ़ी कैंट कोतवाली की पंडितवाड़ी चौकी पुलिस वाहन चेकिंग कर रही थी। इस दौरान एक कार वहां रुकने के बजाय बैरियर तोड़कर भाग गई। करीब चार किलोमीटर पीछा करने के बाद पुलिस ने कार पकड़ ली, पर उसमें सवार लोग भाग गए। कार से 50 किलो डोडा पोस्त बरामद हुई। कैंट कोतवाली पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ एनडीपीएस ऐक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच की। पता चला कि कार से लक्सर के मुंडाखेड़ा कलां का कासिम पुत्र हासिम, उसका बेटा मगरूब व सहारनपुर निवासी मुनव्वर काफी समय से डोडा पोस्त की तस्करी कर रहे थे। नाम सामने आने के बाद पुलिस ने तीनों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी। इस दौरान मगरूब को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, जबकि मुनव्वर कोर्ट में आत्मसमर्पण कर जेल चला गया। तीसरा व अंतिम आरोपी कासिम तभी से फरार था। पुलिस ने उस पर दस हजार का इनाम रखा था। सोमवार देर रात मुखबिर की सूचना पर देहरादून एसटीएफ के एसआई दिलबर सिंह नेगी, एचसी वेदप्रकाश, सिपाही महेंद्र नेगी, मोहन असवाल व दीपक चंदोला की टीम ने मुंडाखेड़ा में दबिश देकर हासिम को भी गिरफ्तार कर लिया। एसटीएफ एसएसपी अजयसिंह ने बताया कि कासिम को देहरादून एनडीपीएस कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है।