देहरादून। चिन्हीकरण एवं अन्य मांगों को लेकर राज्य आंदोलनकारियों का शहीद स्थल पर धरना आज 447वें दिन भी जारी रहा। आंदोलनकारियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया।
आंदोलनकारी शहीद स्थल में अध्यक्ष नंदाबल्लभ पांडेय के नेतृत्व में इकटठा हुए और वहां पर उन्होंने अपनी सात सूत्रीय मांगों के समाधान के लिए जमकर प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं हो जाती हमारा धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। इस अवसर परवक्ताओं ने कहा कि अभी तक सरकार की ओर से किसी भी प्रकार की कार्यवाही नहीं की गई है। सरकार आंदोलनकारियों के हितों के प्रति गंभीर नहीं है जिसके लिए उन्हें आंदोलन करना पड़ रहा है। उन्होने कहा कि उत्तराखंड राज्य निर्माण सेनानी का दर्जा आंदोलनकारियों को शीघ्र ही प्रदान किया जाना चाहिए और सेनानियों के आश्रितों को रोजगार में समायोजित किया जाना चाहिए। व समीवर्ती जिलों से पलायन पर पूर्ण रूप से रोक लगनी चाहिए। और आंदोलनकारियों को दस प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण भी दिया जाना चाहिए। अगर आंदोलनकारियों की समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो वे आंदोलन तेज करने को मजबूर होगें। उन्होंने उग्र आंदोलन करने की चेतावनी भी दी। और कहा कि जिसकी सारी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी। अभी तक शासन प्रशासन की ओर से आंदोलनकारियों की किसी भी प्रकार की कोई सुध नहीं ली गई है। इस अवसर पर मंच के अध्यक्ष नंदा बल्लभ पांडेय, सरोज रावत, मनोहरी रावत, प्रभा वोरा, कमला थापा, इन्दु आहूजा, सुशीला भटट, विश्म्बरी रावत, पुष्पा रावत, हिमानंद बहुखंडी, मनोरमा कोटनाला, पुष्पा बहुगुणा, विक्रम सिंह राणा, मीरा गुंसाई, विमला पंवार, गोदाम्बरी भटट, फूला रावत, बीना रावत, कीर्ति रावत, प्रभात डंडरियाल, कांति काला, नीमा हरबोला, वीर सिंह, एम एस रावत, जानकी भंडारी सहित अनेक आंदोलनकारी मौजूद थे।