रुड़की एसटीएफ और जिला पुलिस ने मुठभेड़ में डेरा कारसेवा नानकमत्ता के प्रधान बाबा तरसेम हत्याकांड के शार्प शूटर को ढेर कर दिया है। पुलिस ने 32 बोर की एक पिस्टल, तीन जिंदा कारतूस, तीन खोखे और बाइक बरामद की है। मुठभेड़ में अंधेरे का फायदा उठाकर एक शार्प शूटर खेत और जंगलों से होता हुआ फरार हो गया। पुलिस ने शार्प शूटर के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। बीती 28 मार्च को थाना नानकमत्ता के डेरा कार सेवा के प्रधान बाबा तरसेम की बाइक सवार दो शार्प शूटरों ने दनादन गोलियां दाग कर हत्या कर दी थी। हत्याकांड की पूरी वारदात एक सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई थी। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे की मदद से शार्प शूटरों की पहचान कर ली थी। स्थानीय थाना पुलिस भी हत्याकांड में कई आरोपियों की गिरफ्तारी कर चुकी है, लेकिन शार्प शूटर पुलिस की गिरफ्त से दूर थे। लगातार एसटीएफ की टीम शार्प शूटरों की तलाश कर रही थी। सोमवार देर रात एसटीएफ और जिला पुलिस को सूचना मिली कि तरसेम हत्याकांड के शार्प शूटर सहारनपुर से भगवानपुर के रास्ते मुरादाबाद भागने की फिराक में हैं। जिसके बाद एसटीएफ और जिला पुलिस प्रशासन अलर्ट हो गया। जिले भर में हाई अलर्ट जारी होने पर शॉर्प शूटरों की तलाश शुरू कर दी गई। तभी भगवानपुर के इमली खेड़ा के पास नीलकंठ ढाबे के पीछे संपर्क मार्ग पर शार्प शूटर पुलिस को दिखे। पुलिस ने उन्हें रुकने और आत्मसमर्पण के लिए बोला। लेकिन उन्होंने खुद को घिरता देख पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने अपने वाहनों को रोक कर आत्मरक्षा के प्रयास शुरू कर दिए। अपने वाहनों के पीछे छिपकर पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की। जिसमें अमरजीत सिंह उर्फ बिट्टू (48) पुत्र सुरेंद्र सिंह निवासी फतेहगढ़ चूड़ियां रोड नगलीभट्टा अमृतसर पंजाब को पुलिस की गोलियां लगी। जबकि बाइक पर बैठा दूसरा शॉर्प शूटर वहां से भाग गया।
एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने बताया कि डेरा कार सेवा नानकमत्ता के प्रधान बाबा तरसेम हत्याकांड में शार्प शूटर को एसटीएफ और पुलिस की जवाबी कार्रवाई की मुठभेड़ में गोली लगी थी। घायल अवस्था में शार्प शूटर को रुड़की के सिविल अस्पताल ले जाएगा था, जहां चिकित्सकों ने उसे जांच में मृत घोषित कर दिया। मौके से 32 बोर का पिस्टल, जिंदा कारतूस, धोखे और हत्याकांड में प्रयुक्त बाइक बरामद की है।