अल्मोड़ा – जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने आज कलैक्ट्रेट सभागार में रानीमहल में किये जाने वाले कार्यों की समीक्षा बैठक ली। बैठक में समिति के सदस्यों द्वारा रानीमहल को कैसे हैरिटेज भवन के रूप में विकासित किया जा सके के साथ ही अन्य बिन्दुओ ंपर गहन विचार-विर्मश किया। बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि हमें इस कार्य हेतु एक ठोस कार्य योजना बनानी होगा और सभी बिन्दुओं पर गहन अध्ययन करना होगा। उन्होंने कहा कि रानीमहल जो मल्ला महल के नाम से जाना जाता है को हमें संरक्षित रखना होगा ताकि आने वाली युवा पीढ़ी यहां के इतिहास को जान सके।
बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि रानीमहल को हैरिटेज रूप देते समय हमें यहां के कुमाऊॅनी संस्कृति की झलक प्रस्तुत करनी होगी। उन्हांेने कहा कि किस स्थान को संरक्षित किया जाना है इस बात का विशेष ध्यान दिया जाय। जिलाधिकारी ने कहा कि इसमें दी जाने वाली सुविधाओं का एक ब्रोसर भी तैयार किया जाय ताकि आने वाले पर्यटकों को यहां के अन्य पर्यटक स्थलों की भी जानकारी मिल सके। उन्होंने कहा कि महल के हैरिटेज भवन बन जाने के बाद इस स्थान को पर्यटक हब के रूप में एक अलग पहचान मिल पायेगी।
जिलाधिकारी ने कमेटी के सदस्यों से कहा कि हमें पर्यटकों की सुविधानुसार पार्किंग स्थलों का भी चयन करना होगा ताकि आने वाले पर्यटकों को यहां आने में किसी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने कहा कि कलैक्ट्रेट परिसर में स्थित राम मंदिर का भी सौन्दर्यकरण किया जाना है जिसके लिये एक कार्य योजना बनायी जाय। इस अवसर पर समिति के सदस्यों द्वारा अपने-अपने सुझाव रखे गये। इस अवसर पर मुख्य प्रशासनिक अधिकारी मनोहर लाल, जिला पर्यटन विकास अधिकारी राहुल चैबे, अधिशसी अभियन्ता ग्रामीण निर्माण विभाग नितिन पाण्डे, सामाजिक कार्यकर्ता मुक्तिदत्ता, जयमित्र बिष्ट, प्रभात गंगोला, आपदा प्रबन्धन अधिकारी राकेश जोशी, शिला तिवारी, स्वाति राय उपस्थित थे।