
देहरादून, शिव शक्ति मंदिर सरस्वती विहार अजबपुर खुर्द में सरस्वती विहार विकास समिति द्वारा आयोजित शिव महापुराण का तीसरा दिन कथा व्यास आचार्य विपिन कृष्ण कांडपाल ने कहा अब लोगों में जागरुकता आ रही है, लोग पुनः सनातन संस्कृति, सभ्यता को अपनाना चाहते हैं। सत्य, पवित्रता, तप, दया धर्म की चर्चा करते हुए साध्य की प्राप्ति के लिए कथा रूपी साधन श्रेयस्कर है। इस पर व्यास जी ने वृहद व्याख्या की। साथ ही साथ चंचुला और विंदुग् का प्रसँग सुनाया जो अपने पथ से पतित होकर शिवमहापुराण की कथा से कैसे उनका उद्धार हुआ इस पर व्याख्यान दिया। प्रकृति से प्रेम और पर्यावरण की रक्षा पर जोर देते हुए आचार्य जी ने कहा है जितना संभव हो हमे पेड़ पौधों की रक्षा और रोपण करना चाहिए। इस अवसर पर समिति का वरिष्ठ उपाध्यक्ष बी एस चैहान, सचिव गजेंद्र भंडारी, उपाध्यक्ष कैलाश राम तिवारी, मंदिर संयोजक मोतीराम बिजलवान, वरिष्ठ मंत्री अनूप सिंह फर्त्याल, दिनेश जुयाल, विजय सिंह रावत, जयप्रकाश सेमवाल, बी पी थपलियाल, मंगल सिंह कुटी, सुबोध मैठानी, सोहन सिंह रौतेला, आशीष गुसाईं, दीपक काला, सी एम पुरोहित, जयपाल सिंह बत्तवाल, बगवालिया सिंह रावत, राजेंद्र सिंह रावत, महावीर प्रसाद सेमवाल, सुरेंद्रपाल अरोड़ा, आचार्य उदय प्रकाश नौटियाल, आचार्य सुशांत जोशी, आचार्य अखिलेश बधानी, विनोद मंमगाई, कुंदन सिंह बिष्ट आदि उपस्थित रहे।