आतंकवाद का पुतला किया दहन, शहीदों को दी श्रद्धांजलि
देहरादून। विगत 14 फरवरी को कश्मीर के पुलवामा मे हुए कायराना आतंकवादी हमले के बाद पूरा देश गुस्से मे है। देश के साथ-साथ जमीयत उलेमा हिन्द की देहरादून शाऽा व मदरसों के छात्रें-शिक्षको मे भी आंतकवादियो व पाकिस्तान के खिलाफ जबरदस्त गुस्सा है।
शनिवार को जमीयत उलेमा हिन्द की महानगर शाखा के आहवान पर मदरसा दार-ए-अरकम के छात्रें-शिक्षको व आजाद कॉलोनी वासियो ने आजाद कॉलोनी से आईएसबीटी चैक तक प्रदर्शन कर आतंकवाद और पाकिस्तान का पुतला दहन किया। तय कार्यक्रम के मुताबिक सुबह 11 बजे मदरसा दार-ए-अरकम में सैकडों की तादाद मे कलोनी वासी जमा हुए, वहां से प्रदर्शन करते हुए, आतंकवाद मुर्दाबाद, पाकिस्तान मुर्दाबाद, और देश के शहीद अमर रहे के नारे लगाते हुए हरिद्वार बाई पास से आईएसबीटी चैक पर पहुंचे। जहां पर आतंकवादियों की इस बुजदिलाना और दुस्साहसिक हरकत की निन्दा की गई।
नारेबाजी के बीच आतंकवाद और पाकिस्तान का पुतला फूंका गया। जमीयत उलेमा हिन्द के महानगर उपाध्यक्ष मोहम्मद शाहनजर ने कहा कि अब इस तरह हमारे जवानों का खून बहाना बरदाश्त नहीं किया जा सकता है। अब वत्तफ आ गया है कि आतंकवाद को संरक्षण देने वाले पाकिस्तान को सबक सिखाया जाये। इस अवसर पर सीआरपीएफ के जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिये दो मिनट का मौन रखा गया। इस मौके पर मुफ्रती अयाज अहमद,जमीयत के जिला उपाध्यक्ष मास्टर अब्दुल सत्तार, कारी वसीम अहमद, कारी शारिब, कारी आरिफ, हाजी शमशाद, हाफिज अकरम, कारी मुनव्वर,हाफिज हामिद हसन, तौसीफ अहमद,तौफीक अहमद, तनवीर अहमद, मोहम्मद इरशाद, मोहम्मद साजिद, मोहम्मद रिजवान, पार्षद आफताब अहमद, मास्टर शकील, डॉ मोईन, डॉ देवेंद्र सिंह,अतुल शर्मा, आलोक शर्मा, मोहम्मद अरशद,मोहम्मद अकरम,राव अब्दुल रहमान, हाजी शमशाद कुरेशी आदि आदि शामिल रहे।