विकासनगर। सेलाकुई क्षेत्र के विधायक सहदेव पुंडीर और स्थानीय लोगों ने शीशमबाड़ा प्लांट को अन्यत्र शिफ्ट करने की मांग को लेकर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में ग्रामीणों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने पहले ही प्लांट को शिफ्ट करने के लिए जिला प्रशासन और नगर निगम को आदेश दे दिए हैं। ऐसे में जिला प्रशासन तत्काल प्लांट को शिफ्ट करने की कार्रवाई करे।
सहसपुर के विधायक सहदेव सिंह पुंडीर के नेतृत्व में जिलाधिकारी को सौंपे ज्ञापन में ग्रामीणों ने बताया कि नगर निगम देहरादून ने शहर में स्वच्छता बनाये रखने के लिए शीशमबाड़ा में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेट प्लांट बनाया। आरोप लगाया कि इसका जिम्मा एक निजी कंपनी को सौंपा गया। लेकिन कंपनी अपने मिशन में पूरी तरह से फेल हो गयी। प्लांट को मानकों के अनुरूप तैयार नहीं किया गया। जिसके चलते न सिर्फ प्लांट की व्यवस्थायें पूरी तरह से छिन्न भिन्न हो गयी बल्कि प्लांट कूड़ा निस्तारण के बजाय कूड़ा डंपिंग जोन बन गया है। इससे सेलाकुई सहित आसपास के क्षेत्र के दर्जनों गांवों का पर्यावरण दूषित हो गया। हवा में जहर घुल जाने से लोगों के जीवन में जहर घुल गया है। पछुवादून की आबोहवा खराब हो गयी है। लोगों का जीवन संकट में है। हाल के दिनों में प्लांट के कबाड़ में लगी आग ने प्लांट की पोल खोलकर रख दी है। पांच दिन बाद भी आग पर काबू नहीं पाया जा सका है। बताया कि गुरुवार को नगर के मेयर सुनील उनियाल गामा और सहसपुर के विधायक के नेतृत्व में मुख्यमंत्री को मिले थे। प्रतिनिधि मंडल को मुख्यमंत्री ने प्लांट शिफ्ट करने का आश्वासन देने के साथ ही जिला प्रशासन और नगर निगम को प्लांट के लिए नई जगह तलाशने के निर्देश दिए हैं। ऐसे में जिला प्रशासन तत्काल प्लांट को ऐसी जगह शिफ्ट करने के लिए व्यवस्था के जो आबादी क्षेत्र से पूरी तरह से दूर हो। जिससे लोगों का जीवन संकट में न पड़े। उधर, जिलाधिकारी डॉ. आर राजेश ने ज्ञापन देने वालों को आश्वस्त करते हुए कहा कि नगर निगम के साथ जल्द कमेटी गठित कर प्लांट को शिफ्ट करने के लिए कार्रवाई अमल में लायी जायेगी। ज्ञापन देने वालों में पूर्व प्रधान भगत सिंह राठौर, पूर्व उपप्रधान अनिल नौटियाल, शिव मंदिर समिति के अध्यक्ष शूरवीर सिंह चौहान, बलवीर सिंह गुसाईं, व्यापार मंडल के अध्यक्ष चैतन्य अनिल गौड, राजेंद्र प्रसाद बलूनी, गणेश रतूड़ी आदि शामिल रहे।