नैनीताल। ओखलकांडा व धारी के पंचायत प्रतिनिधियों के शिष्टमंडल ने आठ सूत्रीय मांगों को लेकर डीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। उन्होंने अति दुर्गम गांवों की उपेक्षा पर नाराजगी जताते हुए आंदोलन की चेतावनी दी है।
शिष्टमंडल ने डीएम को बताया कि विधानसभा भीमताल क्षेत्र के अति दुर्गम ओखलकांडा एवं धारी के गांवों में विकास की किरण आज भी नहीं पहुंची है। इसके चलते पंचायत जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीण जन आंदोलन को मजबूर हैं। शिष्टमंडल ने दस दिन का समय दिया है, उसके बाद जन आंदोलन होगा। बीस वर्ष पूर्व निर्मित पुडगांव-देवलीधार मोटर मार्ग में डामरीकरण, देवलीधार-सुरंग मोटर मार्ग के अवशेष एक किमी की वित्तीय स्वीकृति, पुडगांव-देवलीधार मोटर मार्ग का नाम लोकगायक लेखक एवं कवि स्व. तारा राम के नाम पर रखने, ओखलकांडा-खनस्यूं मोटर मार्ग का निर्माण, बिरसिंग्या में मोटर मार्ग का निर्माण, करायल-टकूरा मार्ग डामरीकरण व पीएमजीएसवाई से गांव-गांव में बनी सड़कों को ग्राम पंचायतवार मिलान करने की मांगें शामिल हैं। यहां प्रधान ओखलकांडा तल्ला कमलेश बोहरा, प्रधान ओखलकांडा मल्ला सुनील कुमार, पूर्व प्रधान ओखलकांडा मल्ला ख़ीम सिंह बिष्ट, पूर्व ज़िलाध्यक्ष युवा मोर्चा चतुर बोरा, पूर्व मंडल अध्यक्ष भाजयुमो यशवंत सिंह बोहरा, नरेश खनवाल, कमलेश बोहरा व सामाजिक कार्यकर्ता रमेश टम्टा आदि शामिल रहे।