सुसवा नदी दूधली क्षेत्रों के माँरखमग्राँट न्याय पंचायत में बुल्लावाला पंचायत, दूधली, नागल जवालापूर, सिमलासग्राँट, नागल बुलंदावाला के साथ नगर पालिका परिषद डोईवाला के माधोवाला, सतीवाला के गाँवो को सिंचाई के साथ जन जीवन को प्रभावित करती है पूर्व प्रधान एवं किसान कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष उम्मेद बोरा ने बताया की सुसवा नदी मे देहरादून नगर निगम के गन्दे नाले सीवर का पानी सीधे डालने से प्रदूषित हो गई है नदी को साफ व निर्मल बनाने की धोषणा दूधली स्कूल में की गयी थी उसी को आधार मानते हुए मुख्यमंत्री उत्तराखंड सरकार के लच्छीवाला वन विभाग के जनता दरबार में मेरे द्वारा सुसवा नदी में झील बनाने के लिए आग्रह किया था जिसका आज रामगढ रेँज के रेँजर सते सिह बिष्ट के द्बारा मौका मुआयना किया गया क्षेत्र में सुसवा नदी में झील बनने से किसानों को सिंचाई हेतू पानी प्रदूषित हो रही सुसवा को बचाया जा सकता है पर्यटक क्षेत्रों के रूप में विकसित करने के साथ बाढ सुरक्षा वन के पशु पक्षी के लिए साफ पानी के साथ क्षेत्रवासियों को रोजगार से भी जोडा जा सकता है लेकिन मारखमग्राँट क्षेत्रों में मा0 मुख्य मंत्री जी की विधानसभा होने के बाद भी ऐसी कोई बडी योजना नहीं बनी है।
दृष्टिकोण समिति की ओर से भी कई बार सुस्वा नदी को स्वच्छ बनाने को लेकर कई बार आंदोलन किए जा चुके हैं समिति के अध्यक्ष मोहित उनियाल ने बताया की हमारे द्वारा कई सालों से सुस्वा नदी को स्वच्छ बनाने को लेकर आंदोलन चलते आ रहे हैं हमने सुस्वा नदी को स्वच्छ बनाने के लिए हस्ताक्षर अभियान चलाएं सुस्वा नदी में ही हमने स्वच्छता अभियान चलाया हमने कहीं साइंटिस्ट से भी बात की और इस पानी को टेस्ट कराया मगर एक चिंता का विषय है इस नदी में देहरादून का कूड़ा कचरा और गंदा पानी छोड़ा जाता है अगर देहरादून से यह कूड़ा कचरा और गंदा पानी छोड़ना बंद हो जाए तो यहां धारा निर्मल एवं स्वच्छ और सुंदर हो जाएगी।