हरिद्वार। महानगर व्यापार मंडल के सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बढ़ती महंगाई को जिम्मेदार केंद्र व प्रदेश सरकार के खिलाफ महानगर व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष सामाजिक कार्यकर्ता सुनील सेठी के नेतृत्व में बस अड्डे के बाहर विरोध जताया । महानगर व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष सामाजिक कार्यकर्ता सुनील सेठी ने कहा कि प्याज के बढ़ते दाम , सिलेंडर के बढ़ते दाम, मोबाइल के बढ़ते रिचार्ज के दाम जनता को रुला रहे है। लेकिन प्रदेश और केंद्र की सरकार कुम्भकर्णी नींद में सोई हुई है। लगातार बढ़ती महंगाई की दरें ओर देश की बिगड़ती अर्थव्यवस्था ने जनता की कमर तोड़ दी है। एक तरफ बढ़ती सब्जियों के दाम दूसरी तरफ बढ़ते सिलेंडरों के दाम आम जनता की जेबो पर डाका डाल रहे रही कहि कसर प्रदेश सरकार दालों के दाम बड़ा कर पूरा करने की तैयारी कर चुकी है जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है। मध्यम वर्गी ओर गरीब आदमी बढ़ती मंहगाई से परेशान है लेकिन गूंगी बहरी सरकारें मूकदर्शक बनी बैठी है । ऐसी सरकारों को अस्तित्व में रहने का कोई अधिकार नही जो जनता के दर्द को न समझ सकती हो। जिला उपाध्यक्ष जितेंद्र चैरसिया एवं शहर अध्यक्ष तेज प्रकाश साहू ने संयुक्त रूप से कहा कि प्याज 120 रूपये बिक रहा है जो आम आदमी की थाली से गायब हो चुका है। सिलेंडर के दाम हर महीने बढ़ रहे है। दालों के दाम भी बढ़ाये जा रहे है। मोबाइलों के रिचार्ज बढ़ाकर युवा की जेब पर डाका डालने की तैयारी केंद्र सरकार के इशारे पर कंपनियों ने की है। अगर सरकार बढ़ती महंगाई रोकने में असमर्थ है तो ऐसी सरकारों को भंग कर देना चाहिए ऐसी सरकारों को कुर्सी पर बैठने का कोई अधिकार नही । आमजनमानस बढ़ती महंगाई से त्राहि त्राहि कर रहा है लेकिन न तो प्रदेश सरकार न ही केंद्र सरकार को कोई फर्क पड़ रहा है ।प्याज गोंदामो में सड़ रहा है लेकिन पूंजीपतियों की सरकार पूंजीपतियों पर हाथ डालने से घबरा रही है जिसका खामियाजा आमजनमानस को भुगतना पड़ रहा है जिसे बर्दाश्त नही किया जाएगा। विरोध जताने वालो में मुख्य रूप से संगम शर्मा,जिला उपाध्यक्ष तरुण व्यास, जिला सचिव प्रीत कमल सारस्वत, जिला उपाध्यक्ष पंकज ममगाई,प्रेम शर्मा,दीपक पांडेय, राहुल चैहान, मनोज कुमार आदित्य, रमन सिंह,एस एन तिवारी,नवदीप मान, प्रदीप मान, मनोज शर्मा, तरुण मल्होत्रा, रवि जोशी, प्रवीण ठाकुर, मुकेश अग्रवाल, लक्की सरदार, राजेन्द्र कुमार, रामलाल, राजेश शर्मा, भूदेव शर्मा, दीपक ठाकुर, अमन कुमार मुख्य रूप से उपस्तिथ रहे।