देहरादून से आसिफ हसन की रिपोर्ट-
पत्रकारों पर लगातार अत्याचार के खिलाफ आज सभी पत्रकार संगठनों के प्रमुख डूंगा हाउस जोखिम के कार्यालय पर एकत्रित हुए और राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने निकले,
ज्ञापन सौंपने जा रहे पत्रकारों को हाथीबड़कला पुलिस चेक पोस्ट पर रोक लिया गया जहां पत्रकारों को कहा गया की आप आगे नहीं जा सकते क्योंकि हमको परमिशन नहीं है आपको आगे भेजने की मगर सभी पत्रकारों का कहना था की हमको राज्यपाल महोदया ने 12-13 पत्रकारों से मिलने की परमिशन मिली हुई है पत्रकारों को रोकने के लिए प्रशासन ने सीईओ, कोतवाल, चौकी प्रभारी, एवं 30 पुलिस वालों को तैनात किया गया था काफी संघर्षों के बाद पुलिस ने प्रशासन से बात कर कर सिर्फ पांच पत्रकारों को राजभवन तक जाने की परमिशन दी,
पत्रकारों का कहना है की आए दिन किसी ना किसी पत्रकार को सरकार के इशारे पर प्रशासन गिरफ्तार कर लेता है और उस पर गलत धाराओं पर मुकदमा दर्ज कर लेता है जो पत्रकार सरकार के खिलाफ बोलता है उस पर सरकार गलत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कर रातो रात उठवा लेती है और बुरी तरह पुलिस द्वारा पिटाई की जाती है जब उसकी तबीयत खराब होती है उसको दवाई और खाना तक नहीं दिया जाता यह पत्रकारों के साथ कैसा न्याय हो रहा है उसी के खिलाफ आज राज्यपाल महोदया के द्वारा राष्ट्रपति महोदय को ज्ञापन भेजा गया पत्रकारों का कहना है अगर जल्द हमारे साथी की रिहाई नहीं होती तो जल्द ही सभी पत्रकार एक बड़ा आंदोलन करने को मजबूर होंगे