हरिद्वार। किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर पूजानंद सरस्वती ने भूपतवाला स्थित सर्वानंद घाट पर गंगा पूजन कर देश व प्रदेश की खुशहाली कामना की। इस दौरान महामंडलेश्वर पूजा नंद सरस्वती ने सभी को रामनवमी की बधाई देते हुए गरीबों को वस्त्र और सभी श्रद्धालुजनों का भोजन प्रसाद वितरित किया। महामंडलेश्वर पूजा नंद सरस्वती ने कहा कि चैत्र नवरात्र की नवमी को मानवता की रक्षा के लिए भगवान श्रीराम का जन्म हुआ था। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम का पूरा जीवन बेहद प्रेरणादायी है। एक आदर्श पुत्र, आदर्श पति, आदर्श भाई, आदर्श मित्र के रूप में भगवान श्रीराम ने अपने कर्तव्यों का पालन किया। भगवान श्रीराम का आदर्श पूर्ण जीवन सभी को प्रेरणा देता है। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम अपने जीवनकाल में तमाम कष्ट सहने के बाद भी मर्यादाओं से नहीं डिगे। विपरीत परिस्थितियों में भी प्रभु श्रीराम ने आदर्शो को नहीं त्यागा और मर्यादा का पालन करते हुए जीवन व्यतीत किया। इसीलिए उन्हें मर्यादा पुरूषोत्तम भी कहा जाता है। पिता की आज्ञा का पालन करते हुए भगवान श्रीराम ने राजपाट छोड़ने में तनिक भी देर नहीं लगायी और पत्नि सीता, भ्राता लक्ष्मण सहित 14 वर्ष का कष्टपूर्ण वनवास सहर्ष स्वीकार किया। महामंडलेश्वर पूजानंद सरस्वती ने कहा कि सभी को भगवान श्रीराम द्वारा स्थापित आदर्शो को जीवन में आत्मसात कर आदर्श समाज की स्थापना में सहयोग करना चाहिए। साथ ही देवी स्वरूपा कन्याओं के संरक्षण संवर्द्धन में योगदान करने का संकल्प भी लेना चाहिए।