हरिद्वार। गंगा सप्तमी के मौके पर हरिद्वार में हरकी पैड़ी पर श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान किया। तड़के से ही यहां विभिन्न गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ जुटने लगी। श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान के बाद मां गंगा की पूजा की और दान दिया।
मान्यता है कि बैशाख शुक्ल सप्तमी के दिन ब्रह्मा के कमंडल से मां गंगा की उत्पत्ति हुई थी। इसी दिन भागीरथ ने अपने तप से मां गंगा को प्रसन्न किया। इसके बाद मां गंगा भगवान शिव की जटाओं में समाहित हुई उसी दिन से यह पर्व आज तक चला आ रहा है। इसे गंगा जन्मोत्सव भी कहा जाता है। मान्यता है कि गंगा सप्तमी के दिन किए गए गंगा स्नान और दानपुण्य से सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है।