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नई टिहरी जनपद की क्वीली पट्टी के दाबड़ा गांव के दर्जनों ग्रामीणों ने जिला मुख्यालय पहुंचकर डीएम मयूर दीक्षित को शिकायत पत्र सौंपकर गांव की पेयजल नहर तोड़ने की शिकायत करते हुए आरोपियों पर कार्रवाई की मांग। जिस पर डीएम ने ग्रामीणों को भरोसा दिया कि एक सप्ताह के भीतर मामले का निस्तारण कर दिया जायेगा। ग्रामीणों ने डीएम से मामले की जांच करवाकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई मांग की। जिस पर डीएम ने ग्रामीणों को भरोसा दिया कि मामले की जांच कर एक सप्ताह के भीतर निस्तारण किया जायेगा। डीएम को ज्ञापन सौंपने वालों में जर्नादन प्रसाद कोठारी, सुरजा देवी, भुवनेश्वरी, राकेश कोठारी, अशोक, आयुष, दीपक, अभिषेक, आरव, रमेश, टीकाराम, ओम प्रकाश, गुरू प्रसाद सहित दर्जनों शामिल
नई टिहरी श्रीदेव सुमन संयुक्त जिला चिकित्सालय नरेंद्रनगर में जनरल सर्जन को अन्यंत्र अटैच किए जाने पर स्थानीय लोगों ने रोष जताया है। चिकित्सालय में तैनात एक मात्र जनरल सर्जन का ऋषिकेश अटैचमेंट हो जाने के कारण पद रिक्त चल रहा है। स्थानीय लोगों ने शासन-प्रशासन से चिकित्सालय में शीघ्र जनरल सर्जन की नियुक्ति करने की मांग की उठाई है। श्रीदेव सुमन चिकित्सालय में जनरल सर्जन के पद पर तैनात डॉ. आकांक्षा जोशी के ऋषिकेश अटैचमेंट हो जाने के बाद से जनरल सर्जन की सेवा ठप हो गई है। सीएमएस डॉ. अनिल नेगी ने बताया कि, जनरल सर्जन के अटैचमेंट के बाद अस्पताल में सर्जरी नहीं हो पा रही है। भाजपा पूर्व मंडल अध्यक्ष राजपाल पुंडीर ने कहा कि, नरेंद्रनर चिकित्सालय में डॉक्टरों के अटैचमेंट की परंपरा के चलते विपरीत प्रभाव अस्पताल में पड़ रहा है, जिस कारण मरीजों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने अस्पताल प्रशासन से अटैचमेंट कैंसिल करने अथवा डॉ. आकांक्षा जोशी के सप्ताह में तीन दिन नरेंद्रनगर अस्पताल में सेवाएं देने की बात कही। रोष जताने वालों में प्रभात उनियाल, धूम सिंह नेगी, पूर्व प्रधान मंगल सिंह नेगी, सुरेंद्र पुंडीर, उपेंद्र थपलियाल, सुरेंद्र नेगी, बलवीर कैन्तुरा आदि शामिल रहे।
कैंसर पीड़ित छात्रा को दी आर्थिक सहायता
नई टिहरी समूण संस्था, भरपूर देवप्रयाग ने कैंसर बीमारी से जूझ रही छात्रा बिंदी को 17 हजार की सहायता प्रदान की। आर्थिक रुप से कमजोर परिवार से जुड़ी गैरसैंण, चमोली गढ़वाल निवासी बिंदी का इलाज एम्स ऋषिकेश में चल रहा है। समूण संस्था प्रमुख विनोद जेठूड़ी ने बताया कि अंद्रिपा गांव गैरसैंण निवासी 17 वर्षीय छात्रा बिंदी के सिर से पिता का साया बचपन में ही उठ गया था। विधवा पेंशन व मेहनत मजदूरी से उसकी माता किसी तरह परिवार का पालन पोषण कर रही है। 12वीं की छात्रा बिंदी में रक्त कैंसर का पता चलने के बाद से उसका परिवार बदहवास है। आयुष्मान कार्ड के जरिये छात्रा बिंदी का इलाज एम्स में शुरू तो हो गया, लेकिन गैरसैंण से एम्स ऋषिकेश तक आने जाने, यहां कमरे और खाने के लिए परिवार के पास कोई साधन होने से उनकी मुश्किलें बढ़ गयी। समूण संस्था, देवप्रयाग के संज्ञान में यह बात आने के बाद पीड़ित परिवार की सहायता के लिए धन राशि एकत्र की गयी। फिलहाल संस्था की ओर से 17 हजार की एकमुश्त सहायता से छात्रा बिंदी के परिवार को राहत मिली है। समूण संस्था ने आगे भी बिंदी के परिवार को यथाशक्ति सहायता देने का भरोसा दिया है।