देहरादून। जम्मू-कश्मीर के बडगाम जिले में बुधवार सुबह सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। इस मुठभेड़ में सेना ने हिजबुल मुजाहिदीन के दो आतंकियों को मार गिराया था, जिसमें से एक शोएब मोहम्मद लोन उर्फ मुर्सी था। आतंकी संगठन में भर्ती होने से पहले लोन देहरादून में रहकर पढ़ाई कर रहा था। दोनों आतंकियों के पास भारी मात्रा में हथियार और गोला बारूद बरामद किया गया था।
जानकारी के मुताबिक, कश्मीर में मारे गए आतंकी शोएब अहमद लोन साल 2015 में देहरादून के एक निजी कॉलेज में पढ़ाई करने आया था, लेकिन तीन साल बाद फरवरी 2018 में वो कॉलेज से छुट्टी लेकर घर चला गया था, जिसके बाद से ही वो लापता था। इसी बीच सितंबर 2018 में उसका एके-47 के साथ एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।
बुधवार को जम्मू-कश्मीर के बडगाम में सुरक्षाबलों ने लोन को मौत के घाट उतार दिया। इस बारे में डीजी लॉ एंड ऑर्डर अशोक कुमार ने बताया कि सितंबर 2018 में इस तरह की जानकारी सामने आई थी कि कश्मीर मूल का एक छात्र प्रेमनगर में स्थित निजी कॉलेज में बीएएससी (आईटी) की पढ़ाई कर रहा था, जो आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल हो गया है। हालांकि, उसके बाद से ही कश्मीर पुलिस उसकी लगातार तलाश कर रही थी।
डीजी अशोक कुमार के अनुसार यह काफी संवेदनशील मामला है कि कश्मीर मूल के कुछ युवक देहरादून में पढ़ने यहां आते हैं लेकिन यह कहना कठिन हो जाता है कि किस युवक का बैकग्राउंड क्या है। ऐसे में कश्मीर पुलिस ही यहां आने वाले कश्मीरी युवकों के बारे में छानबीन कर सकती है।