ऋ षिकेष। दयानंद आश्रम की एम फॉर सेवा उत्तराखंड के दूरस्थ क्षेत्रों में नये छात्रावास खोलेगी। एम फॉर सेवा का उद्देश्य पर्वतीय क्षेत्र के गरीब छात्र-छात्राओं को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने के साथ ही उन्हें संस्कारवान बनाना है। गुरुवार से दयानंद आश्रम में एम फॉर सेवा के स्थापना दिवस में विभिन्न राज्यों के हजारों छात्र भाग लेंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आध्यात्मिक गुरु ब्रह्मलीन स्वामी दयानंद सरस्वती महाराज ने देश के गरीब छात्रों को बेहतर शिक्षा एवं संस्कार उपलब्ध कराने के लिये एम फॉर सेवा का गठन किया। देश के आंध्र प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, केरल, हरियाणा, तेलंगाना, ओडिसा समेत अन्य राज्यों में 83 बालक एवं 21 बालिका छात्रावास संचालित हो रहे हैं। इनमें चार हजार से अधिक छात्र शिक्षा ग्रहण कर रहे है। बुधवार को आश्रम में आयोजित पत्रकार वार्ता में सेवा की अध्यक्ष एवं मैनेजिंग ट्रस्टी शीला बाला ने बताया कि देश के 104 छात्रावास में छात्र-छात्राओं को बेहतर शिक्षा एवं संस्कार देकर उन्हें बेहतर प्लेटफार्म उपलब्ध कराया जा रहा है। अब तक 16 राज्यों में 20 लाख लोगों को विभिन्न योजनाओं से अपने पैरों पर खड़ा किया है। स्वामी हमसानंद सरस्वती ने बताया कि उत्तराखंड में श्रीनगर, कर्णप्रयाग में छात्रावास एवं हरिपुर कला में सिलाई केंद्र व अनौपचारिक प्रशिक्षण केंद्र संचालित हो रहे है। भविष्य में पिथौरागढ़ में दो नये छात्रावास एवं केंद्र खोलने की योजना है। कहा कि श्यामपुर, बापूग्राम एवं खदरी में सिलाई कढ़ाई का प्रशिक्षण देकर महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया गया है।