रुड़की महाराजपुर कलां में बैंक की मिनी ब्रांच में हुए लाखों के गबन के मामले में पुलिस ने शाखा संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। ब्रांच संचालक गांव का प्रधान भी है। महाराजपुर कलां सहित आसपास के तीन गांवों के 15 लोगों ने कोतवाली में घटना की तहरीर दी थी। महाराजपुर कलां में कई सालों से भारतीय स्टेट बैंक रायसी शाखा की एक मिनी ब्रांच चल रही थी। तीन दिन पहले कुछ लोगों ने पुलिस से शिकायत की थी कि पिछले कुछ महीनों से वे जो पैसा मिनी ब्रांच में जमा करते थे, संचालक उनकी पासबुक में अपने हाथ से इसकी एंट्री कर रहा था। इसकी वजह वह कभी पासबुक प्रिंटर मशीन की खराबी, तो कभी बैंक का सर्वर डाउन होना बताता था। कुछ दिनों पहले एक परिवार के लोग पैसा निकालने रायसी शाखा गए, तो पता चला कि पैसा उनके एकाउंट में जमा ही नहीं हुआ है। इसकी जानकारी मिलने पर दूसरे ग्राहकों ने भी अपने एकाउंट चेक किए, तो कई अन्य खातों से भी ऐसे ही लाखों रुपये के गबन की पुष्टि हुई। इस मामले में महाराजपुर कलां के सुखपाल, उनकी पत्नी फूलकली, बेटी प्रीती व अनिता, कुसुम पत्नी उग्रसेन, सुनीता पत्नी प्रदीप, नंदपुर के शकुंतला पत्नी लटूर सिंह, अमलेश पत्नी सुभाष, महाराजपुर खुर्द के बलजीत, सतीश, उनकी पत्नी पूनम, प्रमिला पत्नी विधिराम, बालेश पत्नी ईश्वर, बिलकेश पत्नी रामेश और वंशिका ने तहरीर दी थी। कोतवाल राजीव रौथाण ने बताया कि मिनी ब्रांच संचालक सुखवीर सिंह पुत्र नाथा सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है। उधर, रायसी शाखा प्रबंधक अंशुल कपिल ने बताया कि शिकायत मिलते ही मिनी ब्रांच की कोडिंग लॉक कर लेन-देन पर रोक लगा दी गई थी। ब्रांच पर नोटिस भी चस्पा कर दिया गया है। इसमें विभागीय जांच की संस्तुति अधिकारियों को भेजी गई है।