कंपनी ने दर्ज करवाई एफआईआर
देहरादून। उत्तराखंड की आपातकालीन सेवा 108 के अधिकारी, कर्मचारी इन दिनों फर्जी कॉल के चलते काफी परेशान हैं। हालता यह हैं कि पहाड़ी जिलों से लेकर मैदानी जिलों तक गलत सूचनाओं के जरिए आपातकालीन सेवा 108 को खूब दौड़ाया जा रहा है। जिसके चलते आपातकालीन सेवा से जुड़ी कंपनी ने फर्जी कॉल करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का मन बना लिया है। आपातकालीन सेवा 108 के पूर्व कर्मचारी इन दिनों आंदोलित हैं। इस बीच आपातकालीन सेवा 108 को चलाने वाली कंपनी कैंप की परेशानी फर्जी कॉल्स ने भी बढ़ा दी है। हालत यह है कि कई फर्जी कॉल्स के चक्कर में आपातकालीन सेवा की एंबुलेंस को बेवजह कई किलोमीटर तक दौड़ना पड़ रहा है। इसके बाद कंपनी ने इसे गंभीरता से लेते हुए फर्जी कॉल करने वाले लोगों पर कड़ी कार्रवाई का मन बनाया है। फिलहाल इसके तहत पिथौरागढ़ और पौड़ी जिले में कंपनी ने फर्जी कॉल करने वाले के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करवा दी है। वहीं कंपनी का कहना है कि कुछ लोग कंपनी के खिलाफ षड्यंत्र कर रहे हैं और वे नहीं चाहते कि आपातकालीन सेवा 108 को बेहतरीन तरीके से चलाया जाए और इसीलिए वे इस तरह की हरकतें कर रहे हैं.जानकारी देते गढ़वाल मंडल प्रभारी, आपातकाल सेवा 108 सुधीर बिजल्वाणं ने जानकारी के अनुसार आपातकालीन सेवा के कॉल सेंटर को पिछले कुछ दिनों में ही 2 दर्जन से ज्यादा शिकायतें ऐसी आ चुकी हैं, जिसमें फर्जी कॉल के जरिए एंबुलेंस को व्यस्त रखने की कोशिश की गई। इन मामलों में एम्बुलेंस के कई किलोमीटर जाने के बाद उन्हें गलत कॉल के चक्कर में बेरंग वापस लौटना पड़ा। ऐसे मामले मैदानी जिलों के साथ पहाड़ी जिलों में भी सामने आ रहे हैं। कुछ मामलों में आंदोलन कर रहे कर्मचारियों द्वारा ही कॉल किए जाने की भी खबर सामने आई है। हालांकि ऐसी फर्जी कॉल के जरिए भले ही कोई शरारती तत्व या आपातकालीन सेवा से जुड़े कर्मचारी कंपनी को परेशान करने की कोशिश कर रहे हों लेकिन हकीकत ये है कि इससे सबसे ज्यादा नुकसान उन जरूरतमंद मरीजों का हो रहा है। जिनको इस दौरान एंबुलेंस की जरूरत होती है।