देहारादून। उत्तराखंड आंगनबाड़ी संयुक्त संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर शुक्रवार को सचिवालय कूच के लिए बड़ी संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता दून में जुटी हैं। मांगों पर कार्रवाई न होने से नाराज मोर्चा से जुड़ी विभिन्न जिलों की आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने देहरादून के परेड ग्राउंड से सचिवालय के लिए कूच किया। इस दौरान सचिवालय के पहले पुलिस ने बैरिकेड लगाकर उन्हें रोक दिया। इस पर सड़क पर ही प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन में आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों की सभी 7 यूनियनों ने हिस्सा लिया। सचिवालय कूच के लिए परेड मैदान में सुबह से ही आंगनवाड़ी कार्यकत्रियां एकत्र होनी शुरू हो गई थीं। दोपहर करीब एक बजे परेड मैदान से रैली शुरू की गई। रैली जैसे ही कनक चौक से आगे पढ़ी तो पुलिस ने सेंट जोजफ एकेडमी के निकट उन्हें रोक दिया। इस पर वे सड़क पर ही धरने पर बैठ गईं।
इससे पहले परेड मैदान में आयोजित सभा में आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों ने मुख्य मांगों में आंगनवाड़ी को 21 हजार रुपये तथा सहायिकाओं के लिए 18हजार न्यूनतम वेतन घोषित करने, मिनी आंगनवाड़ियों के लिये समान कार्य के लिये समान वेतन घोषित करने,गौराधन योजना का लाभ भी आंगनवाड़ियों को देने की मांग को दोहराया। कहा कि मांगों को लेकर लगातार आंदोलन किया जा रहा है। कई बार धरने, प्रदर्शन और रैली निकाली गई। विभागीय मंत्री रेखा आर्य के साथ ही सीएम से भी मुलाकात की गई। इसके बावजूद हर बार उनके साथ धोखा किया गया। कैबिनेट में उनकी मांगों के संदर्भ में प्रस्ताव तक नहीं रखा गया।
सभा को जानकी चौहान, चित्रकला, ज्योतिका पांडे, रजनी गुलेरिया, उमा बहुगुणा, दीपा पांडेय, सुशीला खत्री, लष्मी बिष्ट, सुधा शर्मा, सुनीता राणा, अर्चना शर्मा, सावित्री राणा, लक्षमी पंत, आशा रावत, विष्णु राणा, सीटू सचिव लेखराज, रविन्द्र नौडियाल, देवानंद नौटियाल, ज्योति बाला, मीनू आदि ने संबोधित किया।
मोर्चा में शामिल संगठन :प्रदर्शन में ऑगनवाड़ी कार्यकत्री एवं सेविका कर्मधारी यूनियन सीटू, उत्तरांचल राज्य आंगनवाड़ी कर्मचारी पंचायत, उत्तराखंड आंगनवाड़ी कर्मचारी यूनियन(एक्टू), ऑगनवाडी कार्यकत्री एकता संगठन, आंगनवाड़ी कार्यकत्री/मिनी/सहायिका संयुक्त संगठन, उत्तराखण्ड ऑगनवाड़ी कार्यकत्री महासंगठन, उत्तराखंड राज्य आंगनवाड़ी कर्मचारी संघ से जुड़ी स्वयंसेविकाएं शामिल थीं।