देहरादून। यूपी और उत्तराखंड से सटे रुड़की के भगवानपुर थाना क्षेत्र के बालुवाला गांव में तेरहवीं के कार्यक्रम में कच्ची शराब पीने से अबतक हुई 20 मौतों पर आबकारी मंत्री ने बड़ा एक्शन लिया है। मंत्री प्रकाश पंत ने आबकारी निरीक्षक समेत 13 अधिकारियों को निलंबित करते हुये पूरी घटना के मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिये हैं।
प्रमुख सचिव आनंद वर्धन ने बताया कि सम्बंधित क्षेत्र के एक्ससाइज इंस्पेक्टर, डिप्टी एक्ससाइज इंस्पेक्टर सहित 13 अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है। डीएम, एसएसपी और आबकारी विभाग के तमाम अभिकरियों को मौके पर भेजा गया है। साथ ही वरिष्ठ अधिकारियों की एक टीम को उसी जगह पर कैंप और जांच के लिए नियुक्त किया है।
हरिद्वार के ग्राम बालपुर, भलस्वा, खेड़ी गाँव के पीड़ित/मृतकों के परिवारों के प्रति पूर्ण सहानुभूति है। विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के दृष्टिगत संबंधित क्षेत्र के आबकारी निरीक्षक व सिपाहियों को तत्काल निलंबित करने तथा इस दुःखद घटना की मजिस्ट्रियल जाँच करने के आदेश दे रहा हूँ। वहीं, शराब कांड के बाद आनन-फानन में आबकारी के आला अधिकारियों की बैठक बुलाई गयी है। प्रमुख सचिव आनंद वर्धन ने आबकारी अधिकारियों को बैठक में सख्त निर्देश देते हुये सभी अधिकारियों को अलर्ट किया है। साफ कहा गया है कि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न दोहराई जाएं। बता दें कि बुधवार को बालुवाला गांव में तेरहवीं के एक कार्यक्रम में आसपास के गांव के लोग शामिल होने पहुंचे थे। कई लोग सहारनपुर से भी पहुंचे थे। इस दौरान मेहमानों को कच्ची शराब परोसी गयी थी। बुधवार देर रात सभी लोग अपने घर लौट गए. गुरुवार सुबह से शराब पीने वाले अधिकतर लोगों की हालात बिगड़ गई, जिन्हें आनन-फानन में रुड़की और सहारनपुर के सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान अबतक 20 लोगों ने दम तोड़ दिया है और लगभग एक दर्जन लोगों का अभी अस्पतालों में उपचार चल रहा है। घटना के बाद बड़ी संख्या में लोगों का हुजूम रुड़की सिविल अस्पताल पर इकट्ठा हो गया। सुरक्षा के मद्देनजर भारी पुलिस फोर्स लगाया गया है। लोगों में आबकारी विभाग के खिलाफ भारी रोष बना हुआ है। मरने वालो में से पांच लोगों के शव को सहारनपुर के सरकारी अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है जबकि चार लोगों को रुड़की के पोस्टमार्टम हाउस में रखा गया है। मौके पर हरिद्वार डीएम दीपक रावत, एसएसपी जन्मेजय खंडूड़ी और विभाग के कई आला अफसर मौजूद हैं।