देहरादून। दून में रहकर पढ़ रहे कश्मीरी छात्र कैशर राशिद और सयैद मुसैल ने पुलवामा हमले में शहीद हुए 40 जवानों के लिए जो भी लिखा उसके बाद राजधानी देहरादून में कोहराम मच गया है। गुरुवार को पुलवामा हमले के बाद कैशर ने यह मैसेज व्हाट्स पर वायरल किया था।मामला बढ़ता देख कैशन ने अपने मैसेज को लेकर सोशल मीडिया पर माफी मांगी जिसके बाद कैसर को संस्थान ने निलंबित कर दिया। एसएसपी निवेदिता कुकरेती का कहना कि मामला उनके संज्ञान में है। जांच की जा रही है।वहीं देहरादून में ही पढ़ रहे एक और कश्मीरी छात्र सयैद मुसैल ने फेसबुक पर भारतीय सेना के लिए शर्मनाक टिप्पणी की है। इस छात्र को भी संस्थान से निलंबित कर दिया गया है।सयैद मुसैल के खिलाफ प्रेमनगर पुलिस में शिकायत दर्ज की गई है।जहां एक ओर पूरे देश में पुलवामा आतंकी हमले के बाद शोक और गुस्सा है। इसी बीच देहरादून के एक संस्थान में पढ़ने वाले कश्मीरी छात्र कैशर राशिद को उसके द्वारा भेजे गए व्हाट्सअप मैसेज के लिए संस्थान से निलंबित कर दिया गया है। संस्थान के बाहर प्रदर्शन को दौर शुरू हो चुका है। जिस पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि उक्त पोस्ट करने वाले छात्र पर विधिक कार्रवाई होगी। फिलहाल छात्र राज्य से बाहर है।जानकारी के मुताबिक देहरादून के एक संस्थान से पढ़ाई करने के बाद उक्त कश्मीरी छात्र ने अपना एक व्हाट्सअप मैसेज वायरल कर दिया। संस्थान में पुलिस तैनात। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों में खासी झड़प भी हुई। यह मैसेज पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद वायरल हुआ। जिसमें छात्र ने लिखा था आज तो रियल पीयूबीजी हो गया। जो आग की तरह वायरल हो गया। संस्थान प्रबंधन को इस बात की खबर लगी तो उक्त छात्र को निलंबित कर दिया गया।जिसके बाद गुस्साए छात्रों और अन्य संगठनों ने उक्त संस्थान के बाहर प्रदर्शन किया। मामले की संवेदनशीलता देखते हुए मौके पर पीएसी और भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई है। हिंदूवादी संगठन और एबीवीपी भी वहां पहुंचे और नारेबाजी शुरू की। संगठन को कश्मीरी छात्र को गिरफ्तार करने की मांग पर अड़े रहे। इस मामले में एसएसपी निवेदिता कुकरेती का कहना है कि जांच की जा रही है। इसके बाद ही एक्शन लिया जाएगा। वहीं इस मामले के बढ़ने के बाद उक्त छात्र ने अपने मैसेज के लिए माफी मांगी।