डोईवाला। यूकेडी के डोईवाला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को निजीकरण से मुक्त कराने को चल रहे आंदोलन को समर्थन देते हुए क्षेत्र के 90 वर्षीय बुजुर्ग आमरण अनशन पर बैठ गए हैं। सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले वयोवृद्ध ने आर-पार के संघर्ष का ऐलान किया है। पीपीपी मोड के विरुद्ध यूकेडी का धरना प्रदर्शन 16वें दिन भी जारी रहा। गुरुवार को आंदोलन को नई धार मिली है। क्षेत्र के वयोवृद्ध गिरधारी लाल नैथानी ने मामले में सरकार पर हठधर्मित का आरोप लगाते हुए आंदोलन को समर्थन देते हुए आमरण अनशन शुरू कर दिया है। आंदोलनरत बुजुर्ग ने चेताया कि जब तक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र निजीकरण से मुक्त नहीं होगा, वे पीछे नहीं हटेंगे। वहीं यूकेडी के केंद्रपाल सिंह तोपवाल का आमरण अनशन गुरुवार को सातवें दिन भी जारी रहा। धरनास्थल पर मौजूद यूकेडी कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार पर अनशनकारियों की सुध नहीं लेने का आरोप लगाया। यूकेडी नेता शिवप्रसाद सेमवाल ने कहा कि प्रदेश सरकार को जनसरोकार से कोई लेना देना नहीं है। यही वजह है कि सरकारी स्वास्थ्य केंद्र को निजीकरण से मुक्त कराने को चलाए जा रहे आंदोलन को लेकर सरकार उदासीन बनी हुई है। उन्होंने कहा कि अनशनकारियों को कुछ भी हुआ तो इसकी सारी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी। भाजपा कार्यकर्ता रामेश्वर पांडे ने भी सरकार की गलत नीतियों का विरोध करते हुए यूकेडी के आंदोलन को समर्थन देने की घोषणा की। धरना स्थल पर यूकेडी जिला अध्यक्ष संजय डोभाल, केंद्रीय संगठन मंत्री संजय बहुगुणा, राकेश तोपवाल, श्याम सुंदर, दिनेश सेमवाल, जगदंबा प्रसाद भट्ट, प्रशांत भट्ट, तारा यादव, प्रमोद डोभाल, रमेश तोपवाल, हर्ष रावत, निर्मला, बबीता रावत, आशीष बलोदी, सूरज कोठारी, रणधीर चौहान, रोहतास, करण, किशन तोपवाल,आदिल हुसैन, प्रमोद सिंह , मनोज कुमार, राहुल तोपवाल, राहुल रावत, रमेश उनियाल आदि मौजूद रहे।