देहरादून। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने रविवार को हरिद्वार में कदम फाउण्डेशन द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाले व्यक्तित्वों को उत्तराखण्ड उत्कर्ष सम्मान से पुरस्कृत किया। केदार प्रसाद दुबे, संजय गुलाटी, डा0 सुनील कुमार बत्रा, डा0 बी.डी. जोशी, डा0 विशाल गर्ग, सुनील कुमार मान, अमित सागर, जे.सी.जैन, जगदीश लाल पहावा, रजनीश सैनी, योगी रजनीश, कुसुम कंडपाल, मनोज गौतम, ललित मिंगलानी, परमानंद पोपली, धमेन्द्र विशनोई के उल्लेख्.ानीय कार्यों के लिये पुरस्कृत किया गया।
राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने कहा कि अच्छा कार्य करने वाले किसी सम्मान या पहचान की परवाह नहीं करते हैं। लेकिन उनके कार्य को सम्मानित कर समाज उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करता है। इसके साथ ही समाज के अन्य सदस्यों को प्रेरणा मिलती है कि वे भी मेहनत और लगन के साथ अपने दायित्व का निर्वहन करें।
राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने कहा कि राज्य के क्षमतावान लोग यदि अपने मन में ठान लें तो इस प्रदेश को भारत का सर्वश्रेष्ठ राज्य होने से कोई नहीं रोक सकता।
राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने कहा कि आज पूरा विश्व ग्लोबल वार्मिंग से पीड़ित है। पर्यावरण संरक्षण तथा वृक्षारोपण हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिये। आज जल की समस्या भी एक ज्वलंत मुद्दा है। जल संरक्षण के प्रयासों में सभी लोगों की सक्रिय भागीदारी आवश्यक है। अधिकाधिक वृक्षारोपण व वर्षा जल संरक्षण से जल सरंक्षण को प्रोत्साहन मिलेगा। बच्चों व युवाओं को पर्यावरण संरक्षण तथा वृक्षारोपण के प्रति जागरूक करने की जरूरत है। राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने कहा कि उत्तराखण्ड के विकास की राह यहाँ के ग्रामीण क्षेत्रों का आर्थिक विकास से होकर गुजरती है। इस कार्य के लिए राज्य की महिलाओं और बेटियों को शक्ति प्रदान करनी होगी। गाँवों में महिलाओं के छोटे-छोटे स्वयं सहायता समूह अच्छा कार्य कर रहे हैं। आवश्यकता इस बात की है कि उन्हें मार्केटिंग और प्रस्तुतिकरण के लिए थोड़ा मार्गदर्शन दिया जाए। राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए किये जा रहे सरकारी प्रयासों में लोग क्या सहयोग कर सकते हैं इस पर भी विचार किया जाय।