र्निर्माण कार्यों में पड़ी बाधा
देहरादून। केदारनाथ में 18 घंटे से तेज बर्फबारी रही। यहां तीन फीट तक नई बर्फ जम गई है। धाम में पहले से दो फीट बर्फ मौजूद थीं। रुद्रप्रयाग जनपद के ऊंचाई वाले गांवों में भी जमकर बर्फबारी हुई है। कई गांवों में तो दस से 15 वर्ष बाद बर्फबारी हुई है। बारिश और बर्फबारी से काश्तकारों के चेहरे खिल गए हैं। रुद्रप्रयाग सहित निचले इलाकों में बीती ं़़रात से बारिश लगातार जारी रही । बर्फबारी के कारण पुनर्निर्माण कार्य भी प्रभावित हुए हैं। वहां मौजूद 400 श्रमिक अपने टेंटों में ही कैद रहने को मजबूर हैं।चमोली जिले में देर रात से मौसम खराब है। निचले क्षेत्रों में बारिश और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हिमपात हो रहा है। जिले के ऊंचाई वाले क्षेत्रों के गांव भी बर्फ के आगोश में हैं। जिससे समूचा जिला शीतलहर की चपेट में आ गया है। निजमूला और उर्गम घाटी के गांवों के साथ ही पोखरी, घाट, जोशीमठ, नारायणबगड़, थराली, देवाल और गैरसैंण क्षेत्र के गांवों में सुबह से बर्फबारी हो रही है। लोग ठंड से बचने के लिए अलाव का सहारा ले रहे हैं।बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के साथ ही हेमकुंड साहिब में जमकर बर्फबारी हुई, वहीं निचले स्थानों में बारिश रुक रुककर हो रही है। विभाग के अनुसार मौसम और बिगड़ने के आसार हैं।राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग और पिथौरागढ़ में भारी बर्फबारी के आसार हैं। इसके अलावा देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी, नैनीताल और ऊधमसिंहनगर में बारिश के साथ ओले भी गिर सकते हैं। यह स्थिति करीब एक सप्ताह तक बनी रह सकती है।