मसूरी में सैलानियों से वसूला जा रहे हैं मनमाना पार्किंग शुल्क | Jokhim Samachar Network

Friday, May 17, 2024

Select your Top Menu from wp menus

मसूरी में सैलानियों से वसूला जा रहे हैं मनमाना पार्किंग शुल्क

ठेकेदारों पर शिकंजा कसने मेें स्थानीय प्रशासन नाकाम
मसूरी। इस पर्यटन सीजन में मसूरी में बड़ी संख्या में सैलानी पहुंच रहे हैं। लेकिन पर्यटकों से पार्किंग के नाम पर अवैध वसूली की शिकायतें भी सामने आ रही हैं। प्रशासन की लापरवाही के चलते सैलानियों से पार्किंग के नाम पर मनमाना पार्किंग चार्ज वसूले जा रहे हैं।
इस पर्यटन सीजन में मसूरी में बड़ी संख्या में सैलानी पहुंच रहे हैं। लेकिन पर्यटकों से पार्किंग के नाम पर अवैध वसूली की शिकायतें भी सामने आ रही हैं। प्रशासन की लापरवाही के चलते सैलानियों से पार्किंग के नाम पर मनमाना पार्किंग चार्ज वसूले जा रहे हैं। शहर के गांध्ी चैक स्थित एमडीडीए पार्किंग, कैंपटी पार्किंग के अलावा लंढौर रोड क्षेत्र में कई पार्किंग वाले पर्यटकों से मनमाना पार्किंग शुल्क वसूल रहे हैं। पार्किंग में जाने के लिए भी सड़कों पर गाड़ियों की लंबी कतार लग जा रही है। दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पंजाब से आए पर्यटकों ने एक पार्किंग वाले की शिकायत करते हुए कहा कि उनसे पार्किंग के नाम पर 300 रुपये लिए गए. लेकिन उन्हें पार्किंग शुल्क की रसीद नहीं दी गई। बता दें कि यहां पार्किंग चार्ज के नाम 200 रुपये का डिस्प्ले बोर्ड लगाया गया है। शहर के अधिकतर पार्किंग स्थलों पर गाड़ियों की पार्किंग शुल्क को डिस्पले नहीं किया गया है। ऐसे में पर्यटन नगरी में बड़े पैमाने पर पार्किंग के नाम पर अवैध् वसूली का ऽेल चल रहा है। बता दें कि प्रशासन द्वारा पार्किंग का कोई निर्धरित शुल्क कैंपटी में तय नहीं किया गया है। पार्किंग वाले मनमर्जी से पार्किंग शुल्क घंटों के हिसाब से पर्यटकों से ले रहे हैं। इस बारे में मसूरी के एसडीएम ने कहा कि सभी पार्किंग संचालकों को पार्किंग की रेट लिस्ट, पार्किंग में पर्यटकों के लिए सुविधएं जैसे- बिजली, पानी की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। ऐसे में अगर कहीं पार्किंग के नाम पर ठगी हो रही हो तो उसके ऽिलापफ कार्रवाई की जाएगी। सवाल यह भी उठ रहा है कि ठेकेदारों की मनमानी पर आखिर कब अंकुश लगेगा।

About The Author

Related posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *